Edited By Anil Kapoor,Updated: 24 Jun, 2018 09:11 AM
राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी 5 जुलाई को ताजनगरी आगरा आ सकते हैं। वह आगरा आकर भाजपा की 2014 की विजय की ग्रीन फील्ड रहे सम्पूर्ण पश्चिम उत्तर प्रदेश के संगठन की नब्ज टटोलेंगे।
आगरा: राजनीति के चाणक्य कहे जाने वाले भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह आगामी 5 जुलाई को ताजनगरी आगरा आ सकते हैं। वह आगरा आकर भाजपा की 2014 की विजय की ग्रीन फील्ड रहे सम्पूर्ण पश्चिम उत्तर प्रदेश के संगठन की नब्ज टटोलेंगे। इस दौरान शाह के खास सलाहकारों में शामिल संगठन मंत्री सुनील बंसल भी उनके साथ होंगे। इस मौके पर यह भी संभव है कि शाह लखनऊ न जाकर ताजनगरी आगरा से ही यूपी की राजनीति पर एक सरसरी निगाह घूमाएं।
वहीं जुलाई माह में मंत्रिमंडल में फेरबदल भी संभावित है। यही वजह है कि इसका ढांचा ताजनगरी आगरा से तैयार किया जा सकता है। जानकार बताते हैं कि इससे भाजपा को 2 फायदे होंगे। पहला भाजपा के मंत्रिमंडल के बदलाव पर दिल्ली दरबार की मुहर नहीं लगेगी क्योंकि भाजपा के विरोधी यह कहकर निशाना साधते रहते हैं कि यूपी तो पीएमओ से चल रहा है। यही वजह है कि इससे शाह बचने का प्रयास करेंगें। वही विपक्ष के निशाने से भी शाह के बचने की संभावना है क्योंंकि शाह के लखनऊ न जाने से विपक्ष मुद्दा विहिन ही रहेगा और शाह के दौरे पर बातों का बखेड़ा नहीं होगा।
आ सकते हैं योगी आदित्यनाथ
यूपी में सीधे यदि आगरा में भाजपाध्यक्ष अमित शाह का दौरा रहा तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद ताजनगरी आगरा आ सकते हैं। इस दौरान शाह की आगवानी स्वयं योगी आदित्यनाथ कर सकते हैं क्योंकि शाह का यह दौरा वर्ष 2019 के लिहाज से अत्यंत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा है और राज्य उत्तर प्रदेश ही मोदी के 2019 के विजयरथ के पहिए की महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा। लिहाजा राजनीति के चाणक्य शाह के इस दौरे में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने की भी चर्चा है।