Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 04 Mar, 2021 12:45 PM
मौत का खौफ बड़े से बड़े लोगों को डराकर रख देता है। मगर सलीम को इसका जरा साभी खौफ नहीं है। उत्तर प्रदेश अमरोहा के बावनखेडी गांव में प्रेमिका शबनम संग मिलकर अंधे...
अमरोहाः मौत का खौफ बड़े से बड़े लोगों को डराकर रख देता है। मगर सलीम को इसका जरा साभी खौफ नहीं है। उत्तर प्रदेश अमरोहा के बावनखेडी गांव में प्रेमिका शबनम संग मिलकर अंधे प्यार के लिए 7 लोगों को कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या करने वाले सलीम की फांसी को लेकर भले ही देश में माहौल बना हो मगर वह अपनी फांसी को लेकर निश्चिंत नजर आया। एक जेल अधिकारी से उसने कहा कि साहब! काहे परेशान हो रहे हो, इतनी जल्दी मुझे फांसी-वासी नहीं होने वाली है।
दरअसल नवंबर में अपनी दया याचिका पर हस्ताक्षर करने के लिए नैनी जेल में हाई सिक्योरिटी सेल से कार्यालय में लाए गए सलीम से जब वहां एक जेल अधिकारी ने कहा कि अब तो तुम्हें फांसी होकर रहेगी, तो उसने यह जवाब दिया कि यहां बचने के इतने विकल्प है कि फांसी होने में वर्षों लग जाएंगे। परेशान मत होइए साहब, हमें इतनी जल्दी कुछ नहीं होने वाला है। हालांकि जब उसकी प्रेमिका शबनम की दया याचिका राष्ट्रपति के यहां से खारिज हुई तो वह बेचैन हो गया। लेकिन जैसे ही उसकी फांसी की तारीख एक बार आगे बढ़ी वह फिर से पुराने ढर्रे पर आ गया और शायरी लिखने लगा। गौरतलब है कि सलीम ने प्रेमिका के कहने पर उसके माता-पिता, दो भाई, एक भाभी, रिश्ते की बहन को कुल्हाड़ी से काट डाला था।