Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Dec, 2019 11:01 AM
कड़ाके की ठंड ने आम जन-जीवन को बेहाल कर दिया है। हाड़ कंपाती ठंड से बस अलाव ही एक सहारा रह गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कई...
लखनऊः कड़ाके की ठंड ने आम जन-जीवन को बेहाल कर दिया है। हाड़ कंपाती ठंड से बस अलाव ही एक सहारा रह गया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम विभाग की ओर से तापमान में गिरावट की संभावना जताते हुए 'रेड कोडेड' अलर्ट जारी किया गया है।
सर्द हवाओं के असर में नहीं आएगी कोई कमी
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जेपी गुप्ता के मुताबिक, 30 दिसंबर तक यूपी की राजधानी लखनऊ में शीतलहर के आसार हैं। सुबह और रात में शहर में घना कोहरा पड़ सकता है। हालांकि, दिन में धूप खिली रहने की उम्मीद है, लेकिन इससे सर्द हवाओं के असर में कोई कमी नहीं आएगी।
क्या है रेड 'रेड कोडेड' अलर्ट
भीषण गर्मी, सर्द लहर, मानसून या चक्रवाती तूफान आदि के बारे में जानकारी देने के लिए इन कलर अलर्ट का इस्तेमाल किया जाता है। जैसे-जैसे मौसम अपने चरम की ओर बढ़ता है, वैसे-वैसे अलर्ट गहरा लाल होता चला जाता है।
31 दिसंबर से 3 जनवरी तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के आसार
यूपी के लिए ‘रेड कोडेड’ चेतावनी जारी की गई है। मौसम की परिस्थितियां चरम होने पर यह चेतावनी जारी होती है। 31 दिसंबर से 3 जनवरी तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के आसार हैं। नए साल से पहले ही उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड के कारण आम जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है।