SC/ST एक्ट पर बोले बृजलाल, माया ने कानून में बदलाव कर कमजोर बनाया तो अखिलेश ने किया दुरुपयोग

Edited By Ruby,Updated: 21 Sep, 2018 11:46 AM

sc st act weakened by changing law akhilesh abused

केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध का मामला जहां एक ओर तूल पकड़ता जा रहा है तो वहीं राजनीतिक गलियारों में भी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इसी बीच अब एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष और पूर्व डीजीपी बृजलाल ने बसपा सुप्रीमो मायावती और...

लखनऊः केंद्र सरकार द्वारा एससी/एसटी एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध का मामला जहां एक ओर तूल पकड़ता जा रहा है तो वहीं राजनीतिक गलियारों में भी सरगर्मी बढ़ती जा रही है। इसी बीच अब एससी/एसटी आयोग के अध्यक्ष और पूर्व डीजीपी बृजलाल ने बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एक ने आयोग के कानून में बदलाव कर कमजोर बनाया तो दूसरे ने उसका दुरुपयोग किया है।

अखिलेश ने किया SC/ST एक्ट का दुरुपयोग  
इंदिरा भवन स्थिय मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि मायावती और अखिलेश सरकार ने एससी/एसटी एक्ट-1995 के दुरुपयोग व आयोग में गैर एससी/एसटी को पदाधिकारी व सदस्य बनाकर आयोग को कमजोर बनाया। वहीं अखिलेश सरकार ने एक्ट में संशोधन का पूरा लाभ उठाया और आयोग में अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पिछड़ा वर्ग के तथा 17 में 12 सदस्य गैर एससी/एसटी नियुक्त किए।

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मायावती ने कानून को कमजोर बनाया
उन्होंने कहा कि मायावती ने मुख्यमंत्री रहते 21 नवंबर, 2007 को एक्ट में संशोधन के जरिए आयोग के पदाधिकारियों व सदस्यों के एससी/एसटी होने की बाध्यता समाप्त करा दी थी, जबकि पिछड़ा वर्ग आयोग व अल्पसंख्यक आयोग में ऐसा नहीं है। 18 अप्रैल को पदभार ग्रहण करने के बाद पांच माह के कार्यकाल में आयोग ने सुनवाई के दौरान 42 गंभीर प्रकरणों में एससी/एसटी एक्ट का दुरुपयोग किया जाना पाया था। 

ज्यादातर मामले फर्जी
बृजलाल ने बताया कि जब उन्होंने पदभार ग्रहण किया था, तब आयोग में 757 मामले लंबित थे। बीते पांच माह में 1665 शिकायतें आईं। अब तक कुल 2422 मामलों में सुनवाई की गई है, जिनमें 1149 उत्पीड़न के, 466 राजस्व के तथा 229 विभागीय मामले शामिल हैंं।

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