Edited By Ajay kumar,Updated: 20 Jan, 2020 01:55 PM
दलित वोट की राजनीति करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फूले ने रविवार को अपनी अलग पार्टी का ऐलान किया।
लखनऊ: दलित वोट की राजनीति करने वाली पूर्व सांसद सावित्री बाई फूले ने रविवार को अपनी अलग पार्टी का ऐलान किया। लखनऊ में चारबाग स्थित रवींद्रालय में नमो बुद्धाय जनसेवा समिति के सम्मेलन में पूर्व सांसद ने कांशीराम बहुजन समाज पार्टी के गठन की घोषणा की।
उन्होने कहा कि दलितो के मसीहा कांशीराम के बहुजन हिताय, बहुजन सुखाय के आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिये उन्होने अपनी पार्टी का गठन किया है जो देश और प्रदेश के दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी। पार्टी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में प्रदेश की हर सीट किस्मत आजमायेगी।
ज्ञातव्य है कि सावित्री बाई फुले पहली बार वर्ष 2012 में बहराइच की बलहा विस सीट से भाजपा की विधायक रहीं थी जबकि 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर वह बहराइच की सांसद बनी थी लेकिन पिछले संसदीय चुनाव से पहले उन्हे पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते भाजपा से निष्कासित कर दिया गया था जिसके बाद उन्होने कांग्रेस का दामन थाम लिया था। पूर्व सांसद का एतबार कांग्रेस से भी हट गया जब उन्होने कांग्रेस को भी भाजपा की तरह अनुसूचित जाति की विरोधी विचारधारा वाली पार्टी करार दिया।