Edited By Ruby,Updated: 28 Mar, 2019 06:29 PM
लखनऊः लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) अपने घोषणापत्र में ‘रोजगार गारंटी’ का वादा कर सकती है। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सपा का घोषणापत्र अप्रैल के पहले हफ्ते में जारी हो सकता है। इस घोषणापत्र में पार्टी ‘युवा आयोग’...
लखनऊः लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) अपने घोषणापत्र में ‘रोजगार गारंटी’ का वादा कर सकती है। पार्टी सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सपा का घोषणापत्र अप्रैल के पहले हफ्ते में जारी हो सकता है। इस घोषणापत्र में पार्टी ‘युवा आयोग’ बनाने का वादा भी कर सकती है।
उन्होंने बताया कि गठबंधन में सहयोगी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) कभी चुनाव घोषणापत्र जारी नहीं करती और ऐसे में सपा लोक-लुभावन वादे करने में पीछे नहीं रहेगी। वहीं, सपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बेरोजगारों की बड़ी संख्या को देखते हुए पार्टी युवाओं को रोजगार देने की गारंटी वाला कानून बनाने का वादा करने के बारे में विचार कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘इस कानून के तहत रोजगार कार्यालयों में जिन बेरोजगारों का नाम दर्ज होगा उन्हें छह महीने में नौकरी दिलाई जाएगी।’’
युवा आयोग के बारे में पार्टी नेता ने कहा कि यह अल्पसंख्यक और महिला आयोग की तरह होगा। इसमें विश्वविद्यालयों और समाज से युवाओं को लिया जाएगा और उनसे शिक्षा, रोजगार और शासन व्यवस्था के बारे में राय ली जाएगी। इसके अलावा सपा ऐसी पेंशन योजना का वादा भी करेगी जिसके तहत गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले बुजुर्गों को हर महीने 3000 रुपये दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि पार्टी जाति आधारित जनगणना कराने का भी वादा करेगी ताकि जरूरतमंदों को उसके मुताबिक आरक्षण दिया जा सके।
गौरतलब है कि 2011 में जाति आधारित जनगणना कराई गई थी, लेकिन उसके आंकड़े सार्वजनिक नहीं किए गए थे। सपा नेता ने दावा किया कि इस बार लोकसभा चुनाव में क्षेत्रीय दल बाजी मारेंगे और कांग्रेस या भारतीय जनता पार्टी केंद्र में सरकार नहीं बना सकेंगी।