Edited By Ruby,Updated: 20 May, 2018 02:23 PM
उत्तर प्रदेश सरकार ने तेरह माह पूर्व सहारनपुर के संडक दुधली में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच एसआईटी से नहीं कराकर सीबीसीआईडी को सौपी है। पुलिस अधीक्षक एवं एसआईटी प्रभारी विनित भटनागर ने बताया कि संडक दूधली सांप्रदायिक हिंसा में दर्ज छह प्राथमिकी...
सहारनपुरः उत्तर प्रदेश सरकार ने तेरह माह पूर्व सहारनपुर के संडक दुधली में हुई सांप्रदायिक हिंसा की जांच एसआईटी से नहीं कराकर सीबीसीआईडी को सौपी है। पुलिस अधीक्षक एवं एसआईटी प्रभारी विनित भटनागर ने बताया कि संडक दूधली सांप्रदायिक हिंसा में दर्ज छह प्राथमिकी की जांच एसआईटी टीम द्वारा की जा रही थी, , लेकिन दो दिन पूर्व इस जांच को शासन के आदेश से सीबीसीआईडी को सौप दिया गया है।
गौरतलब है कि एक साल पहले आज ही के दिन सहारनपुर के जनकपुरी थाना क्षेत्र में देहरादून रोड़ पर सड़क दूधली गांव में डॉक्टर भीम राव अम्बेडकर की शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। प्रशासन ने इस शोभा यात्रा की अनुमति नहीं दी थी। लेकिन सांसद राघव लखनपाल शर्मा और अन्य भाजपाई मौके पर पहुंच गए थे।
पुलिस की मौजूदगी में सांसद ने यहां शोभा यात्रा निकालनी शुरू की और इसी दौरान दूसरे संप्रदाय के लोगों ने शोभा यात्रा का विरोध किया और पथराव कर दिया। इस दौरान दोनों ओर से जमकर पथराव हुआ और पुलिस को पीछे हटना पड़ गया। इसके बाद सांसद के साथ आई भीड़ भड़क गई और भीड़ ने सहारनपुर एसएसपी के आवास का घेराव कर लिया। सांसद यहां धरना देकर बैठ गए और यहां जमकर हंगामा हुआ।