Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 05 Dec, 2018 12:45 PM
शाहजहांपुर में जूना अखाड़े की साध्वी कोयल गिरी 23 नवंबर को बुरी तरह जली हुई अवस्था में घर पर मिली। जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। यहां मंगलवार को उन्होंने 12वें दिन आखिरी सांस ली...
बरेली: शाहजहांपुर में जूना अखाड़े की साध्वी कोयल गिरी 23 नवंबर को बुरी तरह जली हुई अवस्था में घर पर मिली। जिसके चलते उन्हें जिला अस्पताल भर्ती कराया गया। यहां मंगलवार को उन्होंने 12वें दिन आखिरी सांस ली।
बताया जा रहा है कि भूमाफियाओं ने साध्वी को जिंदा जलाया है।मरने से पहले साध्वी ने माजिस्ट्रेट के सामने अपने बयान दर्ज कराए हैं। जिसके चलते साध्वी की मां ने थाने में 5 नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। वहीं साध्वी कोयल गिरी का इलाज कर रहे डॉक्टरों ने बताया कि वह शत-प्रतिशत जल चुकी थी। जिसके चलते उनकी मौत हो गई।
उल्लेखनीय है कि साध्वी कोयल गिरी ने करीब डेढ साल पहले लखनऊ में मनकामेश्वर मठ से दीक्षा ली थी। उसके बाद सीमा वर्मा से वह साध्वी कोयल गिरी बन गई। उसके बाद वह लखनऊ के मनोकरण मंदिर की साध्वी बन गई। साल 2012 से बहादुरगंज में तीन बीघा जमीन को लेकर उनका कुछ व्यापारियों से विवाद चल रहा था।