Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 08 Oct, 2018 10:51 AM
पुरानी पेंशन नीति बहाल करने की मांग को मनमाने की कवायद के तहत सरकारी कर्मचारियों ने रविवार को यहां अनूठा प्रयोग करते हुये फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पर केंद्र और प्रदेश की सरकारों की सदबुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया। पेंशनर...
कानपुरः पुरानी पेंशन नीति बहाल करने की मांग को मनमाने की कवायद के तहत सरकारी कर्मचारियों ने रविवार को यहां अनूठा प्रयोग करते हुये फूलबाग स्थित गांधी प्रतिमा पर केंद्र और प्रदेश की सरकारों की सदबुद्धि के लिए यज्ञ का आयोजन किया। पेंशनर फोरम के तत्वावधान में जुटे सरकारी कर्मचारियों ने हवन किया और सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की एवं धरना दिया।
पेंशनर फोरम के महामंत्री आनंद अवस्थी ने कहा कि पिछले कई दिनों से लगातार पेंशनर्स कर्मचारी पुरानी पेंशन नीति को बहाल करने की मांग को लेकर कई प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सरकार ने अब तक अपनी मंशा साफ नहीं की। सरकार क्यों यह नई पेंशन नीति वापस नहीं ले रही और पुरानी पेंशन नीति को लागू नहीं किया गया। यह अभी तक साफ नहीं किया गया।
अवस्थी ने कहा कि सरकार पेंशनर्स और कर्मचारियों के साथ वादाखिलाफी और अत्याचार कर रही है। इस वजह से 8 लाख कर्मचारी और उनके परिवारों का उत्पीडऩ हो रहा है और वह दहशत में जी रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हमने केंद्र और प्रदेश की सरकारों के लिए सदबुद्धि यज्ञ करते हुए ईश्वर से प्रार्थना की है कि उन्हें सदबुद्धि दें और इस नई नीति को अविलंब वापस करते हुए पुरानी पेंशन नीति बहाल करें।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश शुक्ला ने बताया कि सरकारें अपनी हठ धर्मिता को छोड़कर कर्मचारियों और उनके परिवारों के साथ न्याय करें क्योंकि जनता से ही सरकार बनती है। उन्होंने कहा कि सोमवार को सभी कर्मचारी इस मुद्दे को लेकर लखनऊ कूच करेंगे। यदि हमारी मांग नहीं मानी गयी तो शीतकालीन अधिवेशन के दौरान संसद का घेराव करते हुए बड़ा आंदोलन करेंगे।