Edited By Ajay kumar,Updated: 18 Jan, 2020 11:53 AM
उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई है। जिसके लिए एक व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल किया गया है। इस पोस्ट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक सं...
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के जनपद बुलंदशहर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई है। जिसके लिए एक व्यक्ति द्वारा सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल किया गया है। इस पोस्ट में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत के नाम से 'एक नए संविधान' को पीडीएफ फाइल में कर सोशल मीडिया पर वायरल किया जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि आरएसएस देश में नया संविधान लागू करना चाहता है।
दरअसल, ये पूरा मामला बुलंदशहर के खुर्जा का है जहां एक व्यक्ति द्वारा व्हाट्सएप पर न्यूज ग्रुप में 'एक नया संविधान' के नाम से पीडीएफ फ़ाइल शेयर की गई थी। इस संविधान में 16 पन्नों का एक दस्तावेज व्हाट्सएप और फेसबुक मैसेंजर के जरिए सर्कुलेट किया जा रहा है। साथ ही कहा जा रहा है कि यह भारत का नया संविधान हैं जो आरएसएस ने तय किया है। इस नए संविधान के लेखक के तौर पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम प्रचारित किया जा रहा है जो कि पूरी तरह से ग़लत है।
वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश बजरंग दल के सह संयोजक प्रवीण भाटी ने बताया कि शुक्रवार को यह मामला प्रकाश में आया कि बुलंदशहर के एक व्यक्ति द्वारा कूट रचित दस्तावेज बनाया गया है। जिसमें परमपूज्य मोहन भागवत के द्वारा नए संविधान के निर्माण की बात कही गई है जोकि बिल्कुल निराधार है। उन्होंने बताया कि इसके विरूद्ध बुलंदशहर में मुकदमा पंजीकृत करा दिया गया है। भाटी ने बताया कि उस पोस्ट एवं दस्तावेज के अंदर जो बातें कही गई है वो समाज को लड़ाने वाली हैं और वर्गों में वयमनस्तता फैलाने वाली है। जिसको लेकर गोमती नगर लखनऊ और खुर्जा नगर थाने में भी मुकदमा दर्ज करा दिया गया है जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
वहीं खुर्जा सीओ (क्षेत्राधिकारी) गोपाल सिंह ने बताया कि सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए रिजवान नामक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर नए संविधान को लेकर पोस्ट को वायरल किया है। जिसके खिलाफ़ आईपीसी की धारा 295a और आईटी एक्ट 66 की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और इस मामले की जांच की जा रही है।