Edited By Ruby,Updated: 15 Sep, 2018 12:26 PM
''भविष्य का भारत'' थीम पर आरएसएस (राष्ट्री स्वयंसेवक संघ) आगामी 17 सितंबर से तीन दिवसीय एक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह है कि इसमें शामिल होने के लिए बसपा...
लखनऊः 'भविष्य का भारत' थीम पर आरएसएस (राष्ट्री स्वयंसेवक संघ) आगामी 17 सितंबर से तीन दिवसीय एक कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है। यह आयोजन दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह है कि इसमें शामिल होने के लिए बसपा सुप्रीमो मायावती, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विज्य सिंह और टीएसी प्रमुख ममता बनर्जी को निमंत्रण दिया जा चुका है। वहीं राहुल गांधी को निमंत्रण भेजा जाएगा या नहीं इस पर अटकलें जारी हैं।
खबरों के मुताबिक राहुल गांधी को कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निजी तौर पर आमंत्रित किया जाए। हालांकि अभी तक आमंत्रण नहीं किया गया है जबकि कार्यक्रम के आयोजन में अब बस कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। इसके अलावा आरएसएस ने एआईडीएमके, डीएमके, बीजेडी और टीडीपी समेत देश की 40 राजनीतिक दलों के मुखिया को निमंत्रित किया गया है।
आरएसएस ने कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई मुस्लिम धर्मगुरुओं को भी आमंत्रित किया है। हालांकि इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि जबतक आरएसएस की सोच में बदलाव नहीं होगा तब तक उसके किसी भी कार्यक्रम में शामिल होने का कोई भी औचित्य नहीं है।
17 से 19 सितबंर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत देश और दुनिया से आए प्रतिनिधियों के बीच भविष्य के भारत को लेकर संघ के विचार को रखेंगे। संघ हर दिन रोजाना 800 से 1000 लोगों के पहुंचने के लिए तैयारी कर रहा है। सूत्रों के अनुसार संघ ने उन मेहमानों की लिस्ट तैयार की है जिन्होंने बीते समय में भी आरएसएस के कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है। संघ के तीन दिवसीय कार्यक्रम का मकसद इस आयोजन के जरिए लोगों को अपनी विचारधारा से परिचित कराना है।