Edited By Ruby,Updated: 04 Aug, 2018 06:31 PM
किसी केस में 2 थानों की पुलिस को सीमा विवाद के चलते केस दर्ज ना करने के मामले तो आपने अक्सर सुने होंगे, लेकिन किसी दूसरे प्रदेश में हुई वारदात को मेरठ पुलिस ने अपने यहां मुकदमा दर्ज कर अपने हाथ में लेते हुए बड़ी सफलता हासिल कर एक मिसाल कायम की है...
मेरठः किसी केस में 2 थानों की पुलिस को सीमा विवाद के चलते केस दर्ज ना करने के मामले तो आपने अक्सर सुने होंगे, लेकिन किसी दूसरे प्रदेश में हुई वारदात को मेरठ पुलिस ने अपने यहां मुकदमा दर्ज कर अपने हाथ में लेते हुए बड़ी सफलता हासिल कर एक मिसाल कायम की है।
दरअसल मेरठ के सर्राफा व्यापारी संजय अग्रवाल अपने ड्राइवर सुनील के साथ अपनी स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से दिल्ली चांदनी चौक गए थे। उनकी गाड़ी में 43 किलो चांदी सहित लगभग 19 लाख रुपये रखे हुए थे। तभी उनका ड्राइवर गाडी पार्किंग में खड़ी करने के बहाने वहां से गाड़ी सहित भाग गया। जिसकी शिकायत पीड़ित व्यापारी दिल्ली के स्थानीय पुलिस स्टेशन करने पहुंचे, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उनकी एक न सुनी और उनको वहां से तड़का दिया।
मायूस व्यापारी मेरठ पहुंचे और पूरे मामले की शिकायत मेरठ पुलिस के उच्च अधिकारियों से की। पीड़ित व्यापारी की शिकायत और उच्च अधिकारियों के आदेश के बाद थाना दिल्ली गेट के थानाध्यक्ष विजय गुप्ता ने केस अपने हाथ में लेते हुए छानबीन शुरु कर दी। छानबीन में फरार ड्राइवर की लोकेशन कानपुर में पाई गई तो मेरठ से पुलिस टीम कानपुर के लिए रवाना हो गई।
कानपुर से ड्राइवर सुनील के साले राहुल जो इस प्रकरण में ड्राइवर का पार्टनर था को गिरफ्तार करते हुए उसके पास से 43 किलो चांदी तो बरामद कर ली, लेकिन नगदी में महज सात लाख रुपए ही बरामद हुए। हालांकि मुख्य आरोपी ड्राइवर अभी भी फरार है जिसकी गिरफ्तारी में पुलिस जुटी हुई है। पुलिस अधिकारियों सहित पीड़ित सर्राफा व्यवसायी ने खुलासा करने वाली टीम को इनाम देने की घोषणा की है।