Edited By Deepika Rajput,Updated: 07 Feb, 2019 01:16 PM
योगी सरकार ने 2019-20 के लिए गुरुवार को पेश बजट में अयोध्या, काशी और मथुरा में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए 462 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
लखनऊः योगी सरकार ने 2019-20 के लिए गुरुवार को पेश बजट में अयोध्या, काशी और मथुरा में विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए 462 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल द्वारा पेश किए गए बजट में वाराणसी में गंगा तट से विश्वनाथ मंदिर तक मार्ग के विस्तारीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के लिए 207 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा काशी हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी में ‘वैदिक विज्ञान केंद्र’ की स्थापना के लिए 16 करोड़ रुपये की व्यवस्था प्रस्तावित की गई है। मथुरा-वृंदावन के बीच ऑडिटोरियम के निर्माण के लिए 8 करोड़, 38 लाख रुपये का प्रस्ताव किया गया है। सार्वजनिक रामलीला स्थलों में चहारदीवारी निर्माण के लिए 5 करोड़ रुपये प्रस्तावित हैं। वृंदावन शोध संस्थान के सुदृढ़ीकरण के लिए एक करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। यूपी बृज तीर्थ में अवस्थापना सुविधाओं के लिए 125 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा अयोध्या के प्रमुख पर्यटन स्थलों के समेकित विकास के लिए 101 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पर्यटन नीति 2018 के क्रियान्वयन के लिए 70 करोड़ रुपये तथा प्रो-पुअर टूरिज्म के लिए 50 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है।
इसके अलावा प्रयागराज में ऋषि भारद्वाज आश्रम एवं श्रृंगवेरपुर धाम, विन्ध्याचल एवं नैमिषारण्य का विकास, बौद्ध परिपथ में सारनाथ, श्रावस्ती, कुशीनगर, कपिलवस्तु, कौशांबी एवं संकिसा का विकास, शाकुम्भरी देवी एवं शुक्रताल का विकास, राजापुर चित्रकूट में तुलसी पीठ का विकास, बहराइच में महाराजा सुहेलदेव स्थल एवं चित्तौरा झील का विकास तथा लखनऊ में बिजली पासी किले का विकास किया जाना प्रस्तावित है।