Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Mar, 2018 12:25 PM
पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में उपचुनाव हो रहा है। कांग्रेस पार्टी जो मुद्दे हैं उन पर चुनाव लड़ रही है। गोरखपुर के लोगों को उन मुद्दों से फिर से रूबरू कराना चाहेंगे। जब लोकसभा...
गोरखपुरः पूर्व केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में उपचुनाव हो रहा है। कांग्रेस पार्टी जो मुद्दे हैं उन पर चुनाव लड़ रही है। गोरखपुर के लोगों को उन मुद्दों से फिर से रूबरू कराना चाहेंगे। जब लोकसभा के चुनाव चल रहे थे तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट रूप से 5 बड़े वादे देश की जनता से किए थे। कुछ वादे खासतौर पर गोरखपुर से भी किए थे। हम भाजपा के नेताओं से पूछना चाहते हैं कि वो सारे जो सवाल हैं उन सवालों का जवाब अपने मंच से जो भाषण हो रहे हैं उन 5 बड़े मुद्दों पर अपनी बात अवश्य रखें।
किसानों की दुर्गति हुई
आरपीएन ने कहा कि 15 लाख जो खातों में आना था। इन चार सालों में प्रधानमंत्री ने भेजने का काम किया। किसानों की तरक्की के लिए गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर के मंच से उन्होंने वादा किया था कि जो भी खर्च किसानों का हुआ था उससे 50 फीसदी ज्यादा एमएसपी बढ़ाने का काम करेंगे। किसानों की दुर्गति उससे ज्यादा हुई है कि नहीं आंकड़े आपके सामने हैं।
कौन से किसानों का भाग्य बदलेगा
उन्होंने कहा कि हाल ही में प्रधानमंत्री ने कर्नाटक में भाषण दिया कि जबसे यूपी में हमारी सरकार आई है 15 दिनों से अधिक किसी भी गन्ना किसान का बकाया नहीं रहा। हाल ही में पडरौना पहुंचा और अपने गन्ने की पर्ची के बारे में पता किया वहां पर जिस फैक्ट्री पर हमारा गन्ना गिरता है वहां पर 15 दिन से ज्यादा और अन्य जगह पर दो-दो महीने तक भुगतान नहीं हुआ है। इसी तरह के भाषण प्रधानमंत्री किसानों के लिए करेंगे तो कौन से किसानों का भाग्य बदलेगा।
कितने मोदी भाग गए हजारों करोड़ रुपए लेकर
भाजपा के आड़े हाथों लेते हुए पूर्व गृह राज्यमंत्री आरपीएन सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि मैं भ्रष्टाचार के खिलाफ चौकीदारी करूंगा। कितने मोदी भाग गए हजारों करोड़ रुपए लेकर। पहले ललित मोदी, नीरव मोदी प्रधानमंत्री मोदी अभी तक चुप हैं।उनके राष्ट्रअध्यक्ष के शहजादे ने कितने हजार करोड़ रुपए एक साल में बना दिए भाजपा के राष्ट्रअध्यक्ष ने उस पर भी चौकीदार ने कुछ नहीं कहा।
भ्रष्टाचार पर पीएम बात ही नहीं करते
आरपीएन ने कहा कि ऐसे तमाम मुद्दे हैं जीएसपीसी हो, छत्तीसगढ़ का राइस स्कैंडल हो, राजस्थान का हो, मध्य प्रदेश का हो, भ्रष्टाचार पर प्रधानमंत्री जी बात ही नहीं करते। चार दिन पहले 6700 करोड़ लेकर भाग गए ललित मेहता। उन्होंने 2017 में सरकार के सामने रखा कि वे भारत के नागरिक नहीं रहना चाहते। सरकार ने नागरिकता ही समाप्त कर दी। पैसा लेकर भागे ही भागे और पैसा लेकर भागे उस पर तो कोई हिन्दुस्तान का कोई कानून ही नहीं है। चौकीदार अब भी चुप है।
हमारे जवान हो रहे शहीद
आरपीएन ने बोले कि उन्होंने गोरखपुर में आकर कहा था कि 56 इंच की सीना है।पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब और चीन को लाल आंख दिखाने की मेरे पास क्षमता है।उनके मंत्रियों ने कहा था कि हम उनकी सेना के इतने धड़ काट देंगे लेकिन, 3.5 साल में 2500 से ज्यादा सीज फायर वायलेशन हो चुके हैं। जितने सैनिक कारगिल की लड़ाई में नहीं मरे थे, उससे ज्यादा शहीद हमारे जवान इन साढे तीन वर्षों में हुए हैं। चार बड़े आतंकी हमले हमारे मिलिट्री स्टैबलिशमेंट पर हुए हैं। आईएसआई जो इस देश को समाप्त करना चाहती है। टुकड़े-टुकड़े करना चाहती है। ये वही सरकार है जिसने आईएसआई जैसे आर्गनाइजेशन को जो पाकिस्तान के आतंकी हमले हुए थे उनको जांच करवाने के लिए बुलाया।
क्या यही 56 इंच का सीना है?
उन्होंने कहा कि क्या यही 56 इंच का सीना है। जो मुंहतोड़ जवाब पाकिस्तान को दे रहा है। डोकलाम में चीन आ जाता है उस पर लाल आंखे दिखाने की बात करते हैं। जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान के झंडे दिखाए जा रहे हैं। पाकिस्तान के नारे लग रहे हैं। इन पर कोई जवाब क्यों नहीं देते हैं। क्या यहीं 56 इंच का सीना किए हैं। सारा दोष कांग्रेस पर ही मढ़ते रहते हैं। केन्द्र और प्रदेश में भी उनकी सरकार है। दुःख की बात है कि इन मुद्दों पर हम चुनाव लड़ रहे हैं। फर्टिलाइजर प्लांट का उद्घाटन कर दिया लेकिन धुंआ और गैस आई। क्या वो समझते हैं पूर्वांचल में मूर्ख लोग रहते हैं क्या।
मुंहतोड़ जवाब दिया लोकसभा चुनाव में
राजस्थान और मध्य प्रदेश की जनता ने मुंहतोड़ जवाब लोकसभा के चुनाव में दिए हैं।गोरखपुर और फूलपुर की जनता भी मुंहतोड़ जवाब देगी। पूर्वोत्तर में भाजपा की जीत पर उन्होंने कहा कि जहां भी भाजपा जीती है वहां पर हम उन्हें बधाई देते हैं। पांच लोकसभा के चुनाव हुए हैं तीनों प्रांत में मिलाकर। मेघालय में चुनाव हुआ पांच साल की हमारी सरकार होने के बावजूद सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस बनकर आई। त्रिपुरा में हमारा प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। वहां हमारी सत्ता नहीं थी। वहां पर हमारी संख्या बल भी बहुत कम थी।
क्या बदलाव हो रहा है पूरा देश देख रहा
नागालैंड में जो जीती है वहां रिजनल जो पार्टी है उनका प्रदर्शन बेहतर रहा है.। अभी राजस्थान में जहां लोकसभा चुनाव हुए वहां 2014 में जिन सीटों को हम 2-3 लाख वोटों से हारे थे। राजस्थान में भाजपा की 25 में 25 लोकसभा सीटें हैं वहां पर हमने दो लाख वोटों से जीते हैं। मध्य प्रदेश में पूर्ण बहुमत हैं। वहां जितने विधानसभा के चुनाव हुए हैं वहां पर कांग्रेस जीती है। जो बदलाव उत्तर भारत में चल रहा है वो पूरा देश देख रहा है।
कांग्रेस का दोनों सीटों पर प्रदर्शन अच्छा हो
गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव में बसपा द्वारा सपा को समर्थन देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके उत्तर प्रदेश के प्रभारी महामंत्री गुलाम नबी आजाद ने चुनाव की घोषणा के पहले सपा के शीर्ष नेतृत्व से बात की थी। उन्होंने ये कहा था कि इन दो सीटों पर समझौता होना चाहिए था। एक सीट पर आप लडि़ए और एक सीट पर हम लड़ेंगे। लेकिन उन्होंने दोनों सीटों पर लड़ने की बात कही। इसलिए इन दोनों सीटों पर हम मजबूती के साथ लड़ रहे हैं। हमें विश्वास है कि कांग्रेस का दोनों सीटों पर बहुत अच्छा प्रदर्शन हो।
चुनाव में समझौता होना आवश्यक नहीं
हर चुनाव में समझौता होना आवश्यक नहीं है। परन्तु जहां देश और प्रदेश की बात होती है वहां पर समझौते की बात उठती रही है, लेकिन, इस चुनाव में समझौता नहीं हो पाया। इसका ये मतलब नहीं है कि कोई मनमुटाव हो गया है। इस पर सपा, बसपा और कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को गहन चिंतन करने की अवश्य जरूरत है। 2019 पर सपा बसपा और कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व ही टिप्पणी कर सकेगा. मेरा कुछ भी कहना अभी उचित नहीं है। क्या भविष्य 2019 में होगा ये कहना अभी ठीक नहीं है।