Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 14 Dec, 2019 12:17 PM
हमीरपुर में यूपी रोडवेज की बदहाली की जीती जागती तस्वीर देखने को मिली है। जहां सर्दी के मौसम में ड्राइवर टूटे फ्रंट शीशे वाली बस को चला रहा था। हालांकि सुरक्षा के लिए ड्राइवर ने हैलमेट लगाया हुआ था। बस की ये तस्वीर बदहाली की कहानी खुद बयान करती है...
हमीरपुरः हमीरपुर में यूपी रोडवेज की बदहाली की जीती जागती तस्वीर देखने को मिली है। जहां सर्दी के मौसम में ड्राइवर टूटे फ्रंट शीशे वाली बस को चला रहा था। हालांकि सुरक्षा के लिए ड्राइवर ने हेलमेट लगाया हुआ था। बस की ये तस्वीर बदहाली की कहानी बयान करने के लिए काफी है।
बता दें कि फोटो सदर इलाके के लक्ष्मीबाई तिराहे की है। बताया जा रहा है जिस बस का फ्रंट शीशा टूटा हुआ था उस बस में 50 से अधिक सवारियां बैठी हुई थी। ऐसे में इस शीशा टूटी बस को बजाय डिपो में खड़ी करवा कर दूसरी बस से सवारियां भेजने के हमीरपुर डिपो के अधिकारियों ने इसी बस को महोबा के लिये रवाना कर दिया।
इस बारे में डिपो के एआरएम उमेश चन्द्र आर्या ने बताया कि हमीरपुर डिपो की यह बस हमीरपुर से कानपुर गई थी। कानपुर से महोबा जाना था तभी कानपुर के रास्ते में एक पागल महिला ने फ्रंट ग्लास में पत्थर मार दिया। जिससे शीशा टूट गया। बस में सवारियां भरी हुई थीं और बारिश के कारण ठंड बढ़ गई थी। जिसके चलते डिपो चालक ने सर्दी से बचने के लिए हेलमेट लगा लिया ताकि चालक को ठंडी हवा और सर्दी ना लगे।
मीडिया में खबरें आने के बाद परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने मामले को संज्ञान में लेते हुए बांदा एआरएम उमेश कुमार आर्य को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा कि मामले में दोषी पाए जाने वाले पर कड़ी कार्रवाई की जाए।