Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 27 Jun, 2019 11:35 AM
उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग ने बुलंदशहर में दो महिलाओं को कार से कुचलकर मार देने की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए एक जुलाई तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। आयोग के अध्यक्ष बृज लाल ने घटना को गंभीरता से लेते हुए...
लखनऊः उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति आयोग ने बुलंदशहर में दो महिलाओं को कार से कुचलकर मार देने की घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए एक जुलाई तक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से रिपोर्ट मांगी है। आयोग के अध्यक्ष बृज लाल ने घटना को गंभीरता से लेते हुए वहां के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को बुधवार को पत्र लिखा है। आज भेजे पत्र में इस घटना की त्वरित विवेचना की जाय और घटना में संलिप्त आरोपियों पर समुचित आपराधिक धाराओं के तहत कारर्वाई करने को कहा है।
आयोग ने पीड़ित को अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कानून के नियमानुसार प्राविधनित आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को कहा है। आयोग ने इस मामले में अब तक की गयी कारर्वाई की रिपोर्ट एक जुलाई तक आयोग को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि बुलंदशहर देहात कोतवाली इलाके नयागांव गांव में अनुसूचित जाति की एक लड़की का दबंगों ने अपहरण करने का प्रयास किया था। उसी गांव के नकुल ठाकुर को
परिवार के लोगों ने रोकने का प्रयास किया तो उसने लड़की के घरवालों पर जान से मारने के लिए अपनी कार चढ़ा दी। इस घटना में युवती की मां उर्मिला देवी एवं चाची संतो देवी की मृत्यु हो गयी। उस गाड़ी में नकुल ठाकुर के अलावा अन्य लोग भी सवार थे जिन्होंने लड़की का अपहरण करने का प्रयास किया था।
इस घटना को दुर्घटना का रूप दिया गया, जिसके बाद प्रदर्शन हुआ। घटना में युवती का चचेरा भाई जितेन्द्र एवं रिश्तेदार त्रिभुवन उफर् राहुल गम्भीर रूप से घायल हो गये। यह घटना अप्रत्याषित नहीं थी बल्कि अपहरण के प्रयास की घटना के बाद नकुल अपने साथियों के साथ आया था और उसने जान से मारने की नीयत से गाड़ी चढ़ाई। इससे कानून-व्यवस्था की समस्या भी खड़ी हुयी। पुलिस ने इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के मुकदमा कायम किया गया है। पुलिस एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है और अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है।