Edited By ,Updated: 22 Aug, 2016 03:58 PM
मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलो से उड़ान होती है। यह कहावत यूपी के अमरोहा जिले में रहने वाली रेखा नाम की लड़की पर पूरी तरह फिट बैठती है
लखनऊ: मंजिल उन्हीं को मिलती है, जिनके सपनों में जान होती है, पंख से कुछ नहीं होता हौसलो से उड़ान होती है। यह कहावत यूपी के अमरोहा जिले में रहने वाली रेखा नाम की लड़की पर पूरी तरह फिट बैठती है जिन्होंने बिना हाथ ने होते हुए भी अपनी पढ़ाई पूरी की और अब स्पेशल बीएड भी कर ली। दुख की बात यह है कि इतनी होनाहार होते हुए भी रेखा को आज तक न कभी स्कॉलरशिप मिली और ना ही सरकारी नौकरी।
रेखा ने लिखा मोदी को पत्र
नौकरी के जद्दोजहत में रेखा ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है, जिसमें उसने मदद के तौर पर सरकारी नौकरी की गुहार लगाई है। रेखा अपने माता-पिता की इकलौती सहारा है इसलिए वह मोदी को पत्र लिखकर नौकरी की मांग की है। रेखा का नाम जिला विकलांग विभाग की और से राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए भेजा गया है, जिससे रेखा खुश तो है पर उसे पुरस्कार से ज्यादा नौकरी की दरकार है जिससे वह अपने घर का खर्च चला सके।