Edited By Umakant yadav,Updated: 22 Apr, 2020 02:37 PM
कोरोना वायरस पूरी तरह से उत्तर प्रदेश में अपना पैर पसार चुका है। जिसके चलते लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ दिया गया है। इसी क्रम में रमजान महीने को देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से अपील की है कि...
लखनऊ: कोरोना वायरस पूरी तरह से उत्तर प्रदेश में अपना पैर पसार चुका है। जिसके चलते लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ दिया गया है। इसी क्रम में रमजान महीने को देखते हुए मुस्लिम धर्मगुरुओं ने लोगों से अपील की है कि वह रमजान में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ख्याल रखें। ऐसे में जब स्कूल, कॉलेज, दफ्तर, बाजार व इबादतगाहें बंद है तो लोग अपने घरों में रह कर इबादत करें। मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वह मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में सफाई व बिजली के पुख्ता इंतजाम करें।
रमजान में खुजूर की उपलब्धता आसान की जाए
मौलाना ने प्रशासन ने अपील की है कि सेहरी और इफ्तार के समय में बिजली और पानी की सप्लाई को सुनिश्चित किया जाए। शहर में विशेषकर पुराने लखनऊ में अमन व अमान बनाये रखा जाए। असम्प्रदायिक तत्वों पर विशेष निगाह रखी जाए जो अमन व कानून के साथ खिलवाड़ करे उसको सख्त सज़ा दी जाए। इस माह में जरूरी चीज़ों विशेषकर खुजूर की उपलब्धता बिना किसी रोक टोक के आसान की जाए।
मस्जिद में एक समय पर 5 लोग से अधिक न हो
उन्होंने कहा कि इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया की ओर से 16 बिन्दुओं की एक गाइडलाइन भी मुसलमानों के लिए जारी की गई है। इनमें जो लोग मस्जिद में रहते हैं, वहीं मस्जिद में नमाज अदा करें, मस्जिद में एक समय पर 5 लोग से अधिक न हो, घर पर नमाज अदा करने के लिए पड़ोसियों को न बुलाएं, इफ्तार अपने घर पर करें, कोरोना वायरस खत्म होने की दुआ करें, गरीबों के लिए इफ्तारी उनके घर तक पहुंचाएं, इफ्तार पार्टी करने के बजाए गरीबों को उसी पैसे से अनाज दें।
मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान
माह-ए-रमज़ान में पूरे शहर विशेषकर मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों जैसे एैशबाग, बिल्लौचपुरा, नक्खास, अकबरी गेट, चैक, चैपटियर, हुसैनाबाद, सआदतगंज, मौलवीगंज, गोलागंज, अमीनाबाद, कसाईबाड़ा, हुसैनगंज, सदर, डालीगंज, खदरा, निशातगंज, खुर्रमनगर और अन्य मोहल्लों में सफाई सुत्थराई पर विशेष ध्यान दिया जाए।