Edited By Ajay kumar,Updated: 26 Nov, 2019 05:52 PM
राम विवाह हर वर्ष धूमधाम के साथ मनाया जाता है। राम की नगरी अयोध्या में इस उत्सव की बात हो तो नजारा ही अलग होगा। राम की नगरी अयोध्या सीताराम ...
अयोध्याः राम विवाह हर वर्ष धूमधाम के साथ मनाया जाता है। राम की नगरी अयोध्या में इस उत्सव की बात हो तो नजारा ही अलग होगा। राम की नगरी अयोध्या सीताराम विवाहोत्सव के उल्लास में डूबने लगी है। अयोध्या के लिए यह एक पर्व है। जिसे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। चारों तरफ तैयारी जोरों पर है। इस अवसर पर अयोध्या के प्रतिष्ठित कनक भवन, दशरथ महल, जानकी महल आदि से भव्य श्रीराम बरात निकाली जाती है। जहां पर तैयारी पूरी हो चुकी है।
बता दें कि श्रीरामबल्लभाकुंज में श्रीसीताराम विवाहोत्सव की धूम है। विभिन्न जगहों से आए भक्त उमड़ पड़े हैं। मर्यादा पुरूषोत्तम की कथा का रस पान चहुंओर हो रह है।
विवाहोत्सव की तैयारी में जुटे श्रीरामबल्लभाकुंज के अधिकारी राजकुमार दास ने बताया कि मंदिर से एक दिसंबर को भव्य श्रीरामबरात निकाली जाएगी। इसके अलावा रामकलेवा व राम विवाह का आयोजन रस्मोरिवाज पूर्वक धूमधाम से किया जाएगा। दशरथ महल बड़ा स्थान में विवाहोत्सव धूमधाम से मनाने की परंपरा है। विवाहोत्सव के क्रम में 26 नवंबर से 2 दिसंबर तक श्रीरामकथा की सुधावृष्टि होगी।
वहीं मंदिर के महंत बिंदुगाद्याचार्य स्वामी देवेंद्रप्रसादाचार्य ने बताया कि मंदिर से 1 दिसंबर को भव्य श्रीरामबरात शाम 4 बजे हाथी, घोड़े, गाजे-बाजे के साथ भव्यता पूर्वक निकाली जाएगी। प्रतिदिन रात में 8 से 11 बजे तक रामलीला का मंचन किया जाएगा।
महंत रामप्रिया शरण ने कहा कि पूरे अयोध्या में श्रीरामविवाहोत्सव का उल्लास छलक रहा है। आप देख सकते हैं विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के मध्य कार्यक्रम का शुभारंभ हो चुका है। अगहन शुक्ल पंचमी 1 दिसंबर को भगवान श्रीसीताराम का भव्य विवाहोत्सव पूरे रीतिरिवाज से भव्यता पूर्वक आयोजित किया जाएगा।
इसी तरह रंगमहल, सियाराम किला, जानकीघाट बड़ास्थान, अशर्फी भवन, विअहुति भवन सहित अन्य मंदिरों में भी श्रीरामविवाहोत्सव की तैयारी चरम पर पहुंच गई है। पराम्बा जगदंबा भगवती जानकी के मायके के रूप में प्रचलित जानकी महल की स्थापना जानकी वर विहार कुंज के रूप में की गई थी। दूल्हा-दुल्हन सरकार के रूप में विराजित युगल सरकार की नयनाभिराम जोड़ी की अष्टायाम सेवा उनके परिक्रमा करते हैं। यहां प्रतिवर्ष नयनाभिराम विवाहोत्सव होता है।