Edited By Ajay kumar,Updated: 15 Nov, 2019 01:03 PM
देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। यह धरती का भगवान कहलाता है क्योंकि डॉक्टर जान बचाता है, नई जिंदगी देता है। मगर जब यही भगवान...
फर्रुखाबादः देश में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया जाता है। यह धरती का भगवान कहलाता है क्योंकि डॉक्टर जान बचाता है, नई जिंदगी देता है। मगर जब यही भगवान चुप होकर बैठ जाएं या फिर मरीज़ों के तरफ से मुंह मोड़ लें तो जान भी जा सकती है। ऐसा ही एक मामला सामने आया है डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल का जहां डॉ अभिषेक चतुर्वेदी ने अपना इस्तीफ़ा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को सौंप दिया। जिससे लोहिया अस्पताल की हालत ख़राब हो गयी है। मौके पर इमरजेंसी वार्ड में भर्ती महिला फूलमती की मौत हो गई।
मामला यह है कि फर्रुखाबाद का जिला लोहिया अस्पताल डॉक्टर की कमी से तो जूझ ही रहा है ऊपर से डॉ अभिषेक चतुर्वेदी ने अपना इस्तीफ़ा मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को सौंप दिया। महिला अस्पताल में 12 नवंबर इवनिंग ड्यूटी के समय डॉक्टर अभिषेक चतुर्वेदी से एसएनसीयू वार्ड के डॉक्टर व स्टाफ ने अभद्रता कर दी थी। उसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
इस्तीफ़ा की सूचना पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ चंद्रशेखर, डॉ राम मनोहर लोहिया जिला अस्पताल पहुंचे उन्होंने इवनिंग ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर सहित स्टाफ पर कार्रवाई का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि वह अभी महिला अस्पताल के सी एमएस से स्पष्टीकरण मांगे हैं। डॉक्टर अभिषेक चतुर्वेदी ने इवनिंग ड्यूटी पर मौजूद स्टाफ नर्स सहित समस्त स्टाफ पर कार्रवाई की मांग की है। सीएमओ डॉक्टर से बात हुई है। उन्होंने बताया है कि एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ ने जो गलत किया है उसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
दुखद यह है कि उसी समय ड्यूटी पर कोई डॉ न होने से इमरजेंसी वार्ड में भर्ती महिला फूलमती की मौत हो गई 1:45 पर महिला को भर्ती कराया गया था। EMO ड्यूटी पर तैनात डॉ प्रदीप सिंह ने फिजीशियन को रेफर कर दिया था। लेकिन फिजीशियन भी देखने नहीं आए और महिला की मौत हो गई।