Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Oct, 2020 11:12 AM
राज्यसभा चुनाव के लिये उत्तर प्रदेश से 10 सीटों पर बसपा प्रत्याशी का नामांकन बुधवार को जांच में वैध पाया गया और सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो गया। राज्यसभा चुनाव के निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक...
लखनऊः राज्यसभा चुनाव के लिये उत्तर प्रदेश से 10 सीटों पर बसपा प्रत्याशी का नामांकन बुधवार को जांच में वैध पाया गया और सपा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा निरस्त हो गया। राज्यसभा चुनाव के निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक नामांकन पत्रों की जांच में बसपा प्रत्याशी रामजी लाल गौतम का पर्चा वैध पाया गया। वहीं, सपा समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी प्रकाश बजाज का नामांकन अवैध पाए जाने के कारण निरस्त कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक अब 10 सीटों पर 10 ही उम्मीदवार मैदान में रह गये हैं और उन सभी के निर्विरोध निर्वाचित होने की सम्भावना प्रबल हो गयी हैं। गौरतलब है कि गौतम के नामांकन में प्रस्तावक रहे चार बसपा विधायकों असलम राइनी, असलम चौधरी, मुज्तबा सिद्दीकी और हाकिम लाल बिंद ने बुधवार को ही निर्वाचन अधिकारी को सौंपे गये शपथपत्र में कहा था कि राज्यसभा चुनाव के लिये बसपा प्रत्याशी के नामांकन पत्र पर प्रस्तावक के तौर पर किये गये उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं। उस वक्त ऐसी अटकलें लगायी जा रही थीं कि बसपा प्रत्याशी गौतम का पर्चा खारिज हो सकता है।
हालांकि, विधानसभा में बसपा के नेता लालजी वर्मा ने फर्जी हस्ताक्षर के आरोपों को गलत बताते हुए संवाददाताओं से कहा ,''हमने तीन सेट नामांकन दाखिल किये थे। उनमें से दो पर आपत्ति हुई है। हमारा एक नामांकन पत्र वैध है। जहां तक हस्ताक्षर का सवाल है तो सभी असली हैं। नामांकन के समय के फोटोग्राफ भी मौजूद हैं, इसलिए इस बारे में कोई सवाल नहीं उठता कि ये विधायक नामांकन के वक्त मौजूद नहीं थे।''