Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 Jul, 2018 01:40 PM
आए दिन अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियां बटोरने वाले ओम प्रकाश राजभर ने फिर से अपनी सरकार की तरफ बागी सुर अख्तियार किए हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कमिश्नर के आदेश के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। पहले हम अंग्रेजों के गुलाम थे, आज नेताओं के...
मऊः आए दिन अपने विवादित बयानों के चलते सुर्खियां बटोरने वाले ओम प्रकाश राजभर ने फिर से अपनी सरकार की तरफ बागी सुर अख्तियार किए हैं। उन्होंने कहा कि इस सरकार में कमिश्नर के आदेश के बाद भी कार्रवाई नहीं होती। पहले हम अंग्रेजों के गुलाम थे, आज नेताओं के गुलाम हैं।
उन्होंने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के मंत्री नहीं हैं, बल्कि भारतीय समाज पार्टी के मंत्री हैं। पिछड़ी जातियों का विकास न होने पर उन्होंने नेताओं पर ठीकरा फोड़ा।
इतना ही नहीं उन्होंने बीजेपी विधायकों पर निशाना साधते हुए कहा कि विधायक सरकार की नीतियों को जनता के बीच नहीं पहुंचा रहे हैं। मोदी ने आवास दे दिया, वह आवास किसे मिल रहा है, कहां जा रहा है। इसके बारे में किसी के पास कोई ठोस जानकारी नहीं है।
बीजेपी विधायक इतने पर ही नहीं रूके उन्होंने आगे कहा कि एक विधायक को 25 लाख रुपए इलाज के लिए मिलता है। सवा करोड़ रुपया जनता के विकास के लिए मिलता है। कोई विधायक इस बात को जनता को बताता है क्या। सरकार की योजना है कि एक गरीब को सरकार 5 हजार रुपये से लेकर 5 लाख रुपये इलाज के लिए देती है, लेकिन इस बात को कोई भी विधायक गरीब जनता के बीच में जाकर बताता हो तो बताइए।