Edited By Ajay kumar,Updated: 04 Jul, 2020 04:07 PM
प्रतापगढ़ की गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने को लेकर शनिवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
लखनऊ: प्रतापगढ़ की गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ दिलाने को लेकर शनिवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मंत्री ओमप्रकाश राजभर और पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के साथ विरोध प्रदर्शन किया।
हजरतगंज स्थित कसमंडा हाउस पर प्रदर्शन के बाद राजभर मुख्यमंत्री आवास की ओर कूच करने लगे तो मौके पर भारी संख्या में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिसकर्मियों से नोकझोक भी हुई और फिर बाद में उन्होंने ज्ञापन दिया।
उत्तर प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर राजभर ने यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। राजभर ने कहा कि प्रदेश में जंगल राज कायम हो गया है। महिलाओं के सुरक्षा के दावे खोखले साबिक हुए हैं। प्रतापगढ़ में बच्ची के साथ एक माह से ज्यादा समय तक हुआ रेप हुआ। शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस ने बच्ची की मदद नही की।
हमने बच्ची को न्याय दिलाने के लिए डीजीपी, एडीजी, आईजी सबको फोन कर न्याय दिलाने की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्ची को न्याय न मिलने की स्थित में आज हम लोग सीएम आवास का घेराव करने के लिए विवस हुए हैं।
राजभर ने कहा कि कानपुर की घटना सरकार की असफलता है। जिसने कल की घटना में मुखबिरी की है उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। कल की घटना के बाद सीएम को इस्तीफा दे देना चाहिए। आलाधिकारियों की लापरवाही से कानपुर की घटना हुई। यूपी की सरकार ब्यूरोक्रेसी चला रही है। सरकार के तमाम दावे फेल हुए हैं। सिर्फ जुमले बाजी चल रही है इस सरकार में। हकीकत ये है कि कोई सुरक्षित नहीं है।