Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 21 Feb, 2021 11:50 AM
उत्तर प्रदेश चंदौली सकलडीहा तहसील के नई बाजार में महाराजा सुहेलदेव जयंती समारोह में शिरकत करने आये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सभा...
चंदौली: उत्तर प्रदेश चंदौली सकलडीहा तहसील के नई बाजार में महाराजा सुहेलदेव जयंती समारोह में शिरकत करने आये सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने सभा को सम्बोधित करते हुए विवादित बयान दिया। जिसमें उन्होंने कहा कि जो पत्नियों के लिए लड़ा है उसका इतिहास है और जो राष्ट्र के लिए लड़ा उसका नहीं।
राजभर ने कहा राम रावण की लड़ाई पत्नी के लिए हुई, पांडव कौरवों की लड़ाई पत्नी के लिए हुई, आल्हा ऊदल इंदल की लड़ाई पत्नी के लिए हुई । जो राष्ट्र की रक्षा के लिए देश को गुलामी से बचाने के लिए जो लड़ाई लड़ा उसका इतिहास देश के इतिहासकारों ने नहीं लिखा। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए राजभर ने कहा सुहेलदेव महाराज के नाम के आगे राजभर जोड़े जाने की मांग करते हुए बीजेपी पर वोट के लिए राजभर नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया ।
उन्होंने कहा जब अमित शाह जी राजभर सम्मेलन करते हैं वोट के लिए तो वह सुहेलदेव जी को राजभर बोलते हैं । उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ जी जब राजभर सम्मेलन करते हैं तब वहां सुहेलदेव राजभर कहते हैं । जब यह जयंती मनाते तब वहां राजभर कहते हैं । जब इनके इतिहास लिखने की बात आती है तब तब ये पीछे हट जाते हैं । जब डाक टिकट जारी करना हुआ आप देखिए जितने महापुरुषों हुए । सभी महापुरुषों के डाकटिकट दिल्ली से जारी हुए । लेकिन कहीं पर निगाहें कहीं पे इसारा । महाराजा सुहेलदेव जी का डाकटिकट गाजीपुर हमारी विधानसभा में आकर जारी किए की ये सुहेलदेव जी के हैं इन्हीं को खत्म कर दिया जाए तो सुहेलदेव का इतिहास खत्म हो जाएगा।
राजभर ने कहा अगर मुगलसराय का नाम बदले पंडित दीनदयाल तो आपने उनके नाम के आगे उपाध्याय लिख दिया । आपने सरदार पटेल की मूर्ति लगवाई तो आपने सरदार वल्लभभाई पटेल लिख दिया । आपने पृथ्वीराज की मूर्ति लगवाई तो पृथ्वीराज चौहान लिख दिया तो फिर जब आप महाराजा सुहेलदेव जी की मूर्ति लगवा रहे हो तो महाराजा सुहेलदेव जी के नाम के आगे राजभर क्यों नहीं जोड़ देते हो । उन्होंने कहा 100 प्रतिशत हमारी मांग है की उनके नाम के आगे राजभर लिखा जाए । हम उनके वंशज है हमारे इतिहास के साथ खिलवाड़ हो हम देखते रहे वह तो नामर्द लोग जो है वह इस को बर्दाश्त कर सकते हैं लेकिन जो मर्द है वह कतई बर्दाश्त नहीं कर सकता ।