Edited By Anil Kapoor,Updated: 04 Feb, 2019 08:58 AM
उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांग कल्याण मंत्री तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर आरक्षण को तीन हिस्सो में नहीं बांटगा गया तो 24 फरवरी को बनारस की रैली में भारतीय जनता पार्टी...
इटावा: उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांग कल्याण मंत्री तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (भासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर आरक्षण को तीन हिस्सो में नहीं बांटगा गया तो 24 फरवरी को बनारस की रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन पर निर्णय लिया जाएगा। राजभर रविवार को रामलीला मैदान में पार्टी की जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आरक्षण का तीन हिस्सों में बंटवारा किया जाए, जिससे सभी को लाभ हो सके । यदि आरक्षण में बंटवारा नहीं किया गया तो 24 फरवरी को बनारस की रैली में अकेले ही 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर सकती है। उन्होंने नया नारा दिया कि ‘‘आरक्षण में बंटवारा ना भई तो भाजपा गई’’।
उन्होंने कहा कि आरक्षण में बंटवारा करने के लिए जो कमेटी बनाई गई थी उसकी रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में भी आरक्षण को पिछड़ा, अति पिछड़ा और महापिछड़ा तीन विभागों में विभाजित करने की रिपोर्ट दी गई है। इसके बाद भी प्रदेश सरकार आरक्षण का बंटवारा नहीं कर रही है। इसके चलते बड़े वर्ग को आरक्षण का लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार बनने से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरक्षण में बंटवारे की बात कही थी। इस मुद्दे पर वे शुरू से मुखर रहे हैं।
राजभर ने कहा कि गत वर्ष मार्च में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से उनकी बातचीत हुई थी और तब अमित शाह ने लोकसभा चुनाव से 6 महीने पहले आरक्षण में बंटवारा करने का वायदा किया था। लेकिन अभी तक यह काम नहीं किया गया है। इसे लेकर पूरे प्रदेश में अभियान चला रहे हैं। अभी भी समय है कि आरक्षण में बंटवारा कर दिया जाए। इसके लिए वह 24 फरवरी तक प्रतीक्षा करेंगे। यदि आरक्षण में बंटवारा ना हुआ तो उनकी पार्टी भाजपा से अलग प्रदेश की सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी पार्टी भले ही चुनाव ना जीते, लेकिन भाजपा को सभी 80 सीटों पर चुनाव हराने का दमखम रखती है। वे गरीबों की समस्याओं को लेकर लड़ रहे हैं और भाजपा सरकार में भी सुनवाई नहीं हो रही है। गरीबों के लिए यह संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सभी मानते हैं कि राजभर की बात सही है। यदि भाजपा को राजभर की बात गलत लगती है तो उन्हें मंत्रिमंडल से क्यों नहीं हटाया जाता।