Edited By Punjab Kesari,Updated: 14 Mar, 2018 01:34 PM
संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी दलों के हंगामा कर दिया था। जिसके चलते राज्यसभा के सभापति को सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर...
लखनऊः संसद के ऊपरी सदन राज्यसभा में मंगलवार को विपक्षी दलों ने हंगामा कर दिया था। जिसके चलते राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू को सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी थी। वहीं बुधवार भी यही सिलसिला जारी है। इसके मद्देनजर राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
नायडू ने कहा, यह कोई तरीका नहीं है। अपनी सीटों पर वापस जाएं। लेकिन विरोध कर रहे सांसदों पर उनके आग्रह का कोई असर नहीं हुआ। नायडू ने इसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दरअसल, बैंक घोटाले पर चर्चा के बारे में नायडू ने नियम 176 के तहत चर्चा कराने की अनुमति दी, जिसमें चर्चा के बाद मतदान का प्रावधान नहीं है। मगर विपक्षी नियम 168/169 के तहत चर्चा कराने पर अड़ा था, जिसमें मतदान का प्रावधान है। विरोधी दल के सदस्यों ने उनकी अपील को नजरअंदाज करते हुए हंगामा जारी रखा, जिसके मद्देनजर कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार दोपहर 2 बजे दोबारा जैसे ही कार्यवाही शुरू हुई। सदन में फिर से हंगामा होने लग गया। इतना ही नहीं कुछ सांसद हाथों में प्लाकार्ड लिए सभापति के आसन के पास पहुंच गए। वहीं उपसभापति पी.जे.कुरियन ने बार-बार सांसदों को सीटों पर जाने का आग्रह की किया, लेकिन वह नहीं मानें।
वहीं तेलुगू देशम पार्टी ने लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव दिया था। पार्टी आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर लगातार संसद भवन में प्रदर्शन कर रही है। एक दिन पहले भी संसद शोर-शराबे में डूबा रहा, जिससे दोनों सदनों का कामकाज बाधित हुआ।