Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Apr, 2018 09:34 AM
कांग्रेस के सांसद और सिनेस्टार राज बब्बर की नाव इस समय बीच भंवर में फंसती नजर आ रही है। पहले चर्चा सीकरी में बब्बर के लड़ने की थी लेकिन यहां से भी हालात अब आसान नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि आगरा की सीकरी लोकसभा की सीट बसपा के खाते में जाती नजर आ रही...
आगरा: कांग्रेस के सांसद और सिनेस्टार राज बब्बर की नाव इस समय बीच भंवर में फंसती नजर आ रही है। पहले चर्चा सीकरी में बब्बर के लड़ने की थी लेकिन यहां से भी हालात अब आसान नजर नहीं आ रहे हैं क्योंकि आगरा की सीकरी लोकसभा की सीट बसपा के खाते में जाती नजर आ रही है।
हालांकि बब्बर के 2 नजदीकी इस समय भी ताजनगरी आगरा में उनका झंडा इकबाले बुलंद किए हुए हैं और यदा-कदा बब्बर की चर्चा सीकरी से लड़ाए जाने की खबरों के बाजार में चला रहे हैं। लेकिन जानकार इस बातों में कोई दम नहीं बताते हैं। कांग्रेस के विश्वसनीय सूत्रों की अगर मानी जाए तो महागठबंधन को लेकर कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी खुद प्लानिंग कर रहे हैं और उनका पूरा फोकस 2019 में किसी भी हालत में देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश में मोदी के अश्वमेध यज्ञ के घोड़े को रोकना है। इसके लिए कांग्रेस विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा किसी भी बड़ी कुर्बानी के लिए तैयार है। ऐसे में कितना भी बड़ा नेता क्यों न हो पार्टी आलाकमान के हिसाब से ही चलना उसकी मजबूरी होगी।
पंजाब पर निगाह
कांग्रेस पार्टी से जुड़े उच्च स्तरीय सूत्रों की अगर मानी जाए तो इस समय प्रमोद तिवारी जैसे नेता हाशिए पर हैं। यह यूपी में महागठबंधन की ही आहट का नतीजा है क्योंकि कांग्रेस युवराज राहुल गांधी चाहते हैं कि कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष 10 जनपथ की शह और रणनीति पर सिर्फ वह ही व्यक्ति बने जो कांग्रेस की ओर से सपा-बसपा में सेतु का काम करे और सामंजस्य व संतुलन बैठाए।
बहरहाल, हालातों को देखकर बब्बर की निगाह अब यूपी के बाद पंजाब पर है लेकिन सूत्रों की मानें तो वहां भी मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह बब्बर की दाल नहीं गलने दे रहे हैं। यही वजह है कि बब्बर एक बार फिर सीकरी से खबरों के बाजार में जिंदा हैं लेकिन हकीकत 100-100 कोस दूर इससे परे है व बब्बर की नाव मझधार में फंसी नजर आ रही है।