Edited By Umakant yadav,Updated: 18 Oct, 2021 04:25 PM
गाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान जवाद ने किसानों की मुसीबत को बढ़ा दिया है। रविवार को आसमान से बेमौसम शुरू हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत बनकर बरस रही है। बारिश की बूंदों को देख गांवों में किसान अपना सर पकड़ कर रो रहा है। जहां किसान धान और आलू की...
अलीगढ़: बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवाती तूफान जवाद ने किसानों की मुसीबत को बढ़ा दिया है। रविवार को आसमान से बेमौसम शुरू हुई बारिश किसानों के लिए मुसीबत बनकर बरस रही है। बारिश की बूंदों को देख गांवों में किसान अपना सर पकड़ कर रो रहा है। जहां किसान धान और आलू की फसलों को खेत से निकाल कर मंडियों तक पहुंचाने वाला था। लेकिन इनके सारे अरमानों पर बारिश ने पानी फेर दिया। इन्हीं फसलों से किसी को बेटी की शादी करनी थी, तो किसी को बच्चों की फीस भरनी थी, लेकिन सब बर्बाद हो गया।
अलीगढ़ के अतरौली में हर तरफ खेत में खड़ी और कटी पड़ी फसल जलमग्न नजर आ रही है। किसान धान की कटी हुई फसल को पानी से भरे हुए खेत में से निकाल कर सुरक्षित करने का प्रयास कर रहे हैं।
आलू की फसल जलमग्न होने के कारण पूरी तरह नष्ट बताई जा रही है। लाहा, बारिश के कारण पूरी तरह बिछ गया है। किसानों का कहना है कि पिछले 24 घंटे से लगातार रुक-रुक कर हो रही बारिश से किसान बिल्कुल पस्त हो चुका है और अभी तो आगे भी बारिश होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
बारिश से अलीगढ़ के अतरौली, छर्रा, खैर, इगलास, गभाना, कोल के शहरी व ग्रामीण इलाकों में हर तरफ फसल बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि आगे त्यौहार हैं, बच्चों की पढ़ाई लिखाई व विवाह-शादी इसी फसल के भरोसे थी, जो अब मुसीबत बन चुकी है। किसान, सरकार व प्रशासन से मुआवज़े की गुहार लगा रहा है।