Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 05 Jun, 2020 08:09 PM
कोरोना संकट के मद्देनजर लागू लॉकडाउन का पांचवा चरण चल रहा है। वहीं प्रवासियों का अपने राज्य की ओर लौटने का क्रम जारी है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में प्रवासी अपनी घरों की ओर ट्रेन व प्लेन से लौट रहे...
लखनऊः कोरोना संकट के मद्देनजर लागू लॉकडाउन का पांचवा चरण चल रहा है। वहीं प्रवासियों का अपने राज्य की ओर लौटने का क्रम जारी है। प्रतिदिन बड़ी संख्या में प्रवासी अपनी घरों की ओर ट्रेन व प्लेन से लौट रहे हैं। ऐसे में स्टेशनों पर रिजर्वेशन काउंटर से जुड़े सॉफ्टवेयर में बदलाव किया गया है। जिसके तहत प्रोफार्मा में यात्री को अपना पूरा पता, मकान नंबर, गली कॉलोनी, तहसील का पूरा विवरण देना होगा।
बता दें कि राज्य सरकारों ने ट्रेन से आने वाले लोगों के गंतव्य से जुड़ा पूरा विवरण साझा करने के लिए कहा था। इसके बाद रेलवे के सेंटर फॉर रेलवे इंफॉर्मेशन सिस्टम ने आईआरसीटीसी के सॉफ्टवेयर में बदलाव कर दिया था। ऑफलाइन मिशन चालू होने के बाद कृष्ण ने बीते सोमवार से पीआरएस के सॉफ्टवेयर में भी बदलाव कर दिया है। अब स्टेशनों पर रिजर्वेशन कराने के लिए आने वाले लोगों को गंतव्य से जुड़ी पूरी जानकारी रेलवे के साथ साझा करनी पड़ेगी।
देनी होगी डेस्टिनेशन स्टेशन से जुड़ी हर जानकारी
यात्रियों को रिजर्वेशन फॉर में वही मोबाइल नंबर देना होगा,जिसे लेकर वह यात्रा करेगा। इसके साथ उसे डेस्टिनेशन स्टेशन से जुड़ी जानकारी भी काउंटर पर बैठे क्लर्क को बतानी होगी। इसमें उसे मकान नंबर, गली, कॉलोनी, तहसील, जिला, शहर, राज्य और उस शहर में जाने की वजह बतानी होगी।