Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 06 Jan, 2021 08:29 PM
आतंकवाद निरोधक दस्ता (यू.पी. ए.टी.एस.) ने रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में बुधवार को एक साथ कई जिलों में छापेमारी की। संतकबीरनगर स्थित खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ समेत में संदिग्धों की तलाश में कार्रवाई चल रही है।
लखनऊ: आतंकवाद निरोधक दस्ता (यू.पी. ए.टी.एस.) ने रोहिंग्या मुसलमानों की तलाश में बुधवार को एक साथ कई जिलों में छापेमारी की। संतकबीरनगर स्थित खलीलाबाद, बस्ती और अलीगढ़ समेत में संदिग्धों की तलाश में कार्रवाई चल रही है। बताया जाता है कि आधा दर्जन संदिग्धों को पकड़ा गया है। ए.टी.एस. यू.पी. में टेरर फंडिंग के नेटवर्क की भी तलाश कर रही है। यू.पी. ए.टी.एस .इस मामले में शाम तक बड़ा खुलासा कर सकती है।
यू.पी. ए.टी.एस. ने संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद ब्लॉक में तैनात जे.ई. अब्दुल मन्नान को हिरासत में लिया है। इसके अलावा करीब आधा दर्जन से ज्यादा संदिग्ध लोगों को ए.टी.एस. की टीम ने हिरासत में लिया है। खुफिया एजैंसी के सूत्रों के अनुसार इन सब के पास फर्जी दस्तावेज और टेरर फंडिंग करने का आरोप पाया गया है। 29 दिसम्बर को टेरर फंडिंग, हवाला और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने की जांच कर रही ए.टी.एस. ने गोरखपुर में गोलघर के बलदेव प्लाजा स्थित नईम एंड संस मोबाइल शाप समेत फर्म की 2 दुकानों पर छापा मारा था। 8 घंटे से अधिक समय तक चली छानबीन व पूछताछ के बाद टीम दुकान में लगे कंप्यूटर की हार्ड डिस्क और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिए थे। 2018 में भी यहां ए.टी.एस. की टीम ने छापा मारा था। ए.टी.एस. ने 24 मार्च 2018 को टेरर फंडिंग, हवाला कारोबार और देश विरोधी तत्वों के संपर्क में होने के संदेह में मोबाइल फोन के थोक कारोबारी नईम एंड संस के मालिक नईम के बेटों नसीम अहमद तथा अरशद को हिरासत में लिया था। फर्म के 3 प्रतिष्ठानों से 50 लाख रुपए से अधिक नकदी बरामद कर तीनों प्रतिष्ठानों से कंप्यूटर, हार्ड डिस्क, पेन ड्राइव और अन्य दस्तावेज कब्जे में लिया था। इसके अलावा खोराबार और शाहपुर क्षेत्र से 3 अन्य लोग हिरासत में लिए गए थे।