Edited By Deepika Rajput,Updated: 05 Jan, 2019 07:05 PM
उत्तर प्रदेश की तेजतर्रार जिलाधिकारी बी. चंद्रकला एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को डीएम के आवास पर छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।...
लखनऊः उत्तर प्रदेश की तेजतर्रार जिलाधिकारी बी. चंद्रकला एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को डीएम के आवास पर छापेमारी की। इस दौरान सीबीआई ने कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं। बता दें कि, यह छापेमारी हाईकोर्ट के आदेश पर हुई है।
आईएएस बी. चंद्रकला पर आरोप है कि उन्होंने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे। 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी। हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर, 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे। याचिकाकर्ता विजय द्विवेदी के मुताबिक मौरंग खदानों पर पूरी तरह से रोक लगाने के बाद भी जिले में अवैध खनन खुलेआम किया गया। 28 जुलाई, 2016 को तमाम शिकायतें व याचिका पर सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट ने अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दी थी।
बी. चंद्रकला का एक वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ था, जिसमें वह एक लोकल ठेकेदार और अफसरों को जमकर लताड़ लगाते हुए दिखाई दे रही थी। वीडियो वायरल होने के बाद चंद्रकला ने पहली बार सुर्खियों से अपना नाता जोड़ा था। वह हमीरपुर, मथुरा, बुलंदशहर, बिजनौर और मेरठ में भी डीएम रह चुकी हैं।