Edited By Deepika Rajput,Updated: 16 Feb, 2019 11:24 AM
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए उन्नाव के अजीत कुमार आजाद का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। शहीद अजीत को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा जनपद उमड़ पड़ा।
कानपुर/उन्नावः जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में शहीद हुए उन्नाव के अजीत कुमार आजाद का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा। शहीद अजीत को श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा जनपद उमड़ पड़ा। हर कोई आंखों में आंसू लिए गमगीन नजर आया। वहीं शहीद के पार्थिव शरीर को कंधा देने पहुंचे योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक काफी शोकाकुल मुद्रा में नजर आए। इस दौरान मंत्री ब्रजेश पाठक और एसपी हरीश कुमार भावुक हो गए। सभी ने नम आंखों से शहीद अजीत को श्रद्धांजलि दी।
इससे पहले शहीद को सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बाद सभी लोगों ने पार्थिव शरीर को लेकर दाह संस्कार के लिए शुक्लागंज गंगा घाट की तरफ प्रस्थान किया। शहीद की यात्रा पूरे उन्नाव शहर से गुजरती हुई गंगा घाट पहुंचेगी।
अपने भाइयों में सबसे बड़े अजीत परिवार की जिम्मेदारियों के चलते सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे। तब से सीआरपीएफ में बखूबी ड्यूटी निभा रहे थे। इस समय अजीत की ड्यूटी श्रीनगर में चल रही थी, लेकिन पुलवामा में सीआरपीएफ जत्थे पर हुए हमले में अजीत ने अपने प्राणों की आहुति दे दी।
शहीद जवान अजीत उन्नाव जनपद के मोहल्ला लोक नगर का निवासी हैं, जो सीआरपीएफ की 21 बटालियन में तैनात थे। अजीत के परिजनों के मुताबिक, गुरुवार शाम सीआरपीएफ के अधिकारियों ने फोन कर अजीत की शहादत की जानकारी दी। शहीद अजीत के 2 बच्चे हैं। परिजनों ने अजीत की शहादत पर गर्व जताया है।
अजीत के छोटे भाई रंजीत ने बताया कि आतंकी हमले की खबर वह टीवी पर देख रहे थे। तभी जम्मू से आए फोन से उन्हें भाई के शहीद होने की खबर मिली। आतंकी हमले में उन्नाव के जवान की शहादत की सूचना मिलते ही डीएम देवेंद्र कुमार पांडेय, एसपी हरीश कुमार व कोतवाली पुलिस अजीत के घर पहुंची और परिजनों को ढांढस बंधाया।