राजनीतिक स्‍वार्थ में संतों के धर्म स्‍थल पर जा रहे हैं नेता : मायावती

Edited By PTI News Agency,Updated: 27 Feb, 2021 06:34 PM

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लखनऊ, 27 फरवरी (भाषा) संत रविदास की जयंती पर शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर उनकी जन्‍मस्‍थली सीरगोवर्धन (वाराणसी) तक राजनीतिक गहमागहमी बनी रही।

लखनऊ, 27 फरवरी (भाषा) संत रविदास की जयंती पर शनिवार को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर उनकी जन्‍मस्‍थली सीरगोवर्धन (वाराणसी) तक राजनीतिक गहमागहमी बनी रही।
कांग्रेस और सपा के नेताओं ने जहां संत रविदास के दिखाये मार्ग पर चलने और उनके विचारों को आत्‍मसात करने की बात कही, वहीं बहुजन समाज पार्टी की अध्‍यक्ष मायावती ने कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा।

बहुजन समाज पार्टी की अध्‍यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने कांग्रेस और भाजपा पर राजनीतिक स्‍वार्थ में संतों के धर्मस्‍थल पर जाने का आरोप लगाया जबकि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि सच्‍चा धर्म सरल होता है और उसमें कोई राजनीति नहीं होती है।

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, समाजवादी पार्टी के अध्‍यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीर गोवर्द्धन जाकर संत रविदास को श्रद्धांजलि अर्पित की, जबकि मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने राजधानी के संत रविदास मंदिर में पहुँचकर श्रद्धासुमन अर्पित किये।

प्रदेश की पूर्व मुख्‍यमंत्री मायावती ने ट्वीट के जरिये संत रविदास को नमन किया।


उत्तर प्रदेश में दलितों की बड़ी आबादी है और दलित समाज में पैदा हुए संत रविदास की बड़ी मान्‍यता है। प्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं जबकि इस समय पंचायत चुनाव की तैयारी प्रदेश भर में शुरू हो गई है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव को देखते हुए राजनीतिक दलों में प्रदेश की करीब 21 प्रतिशत दलित आबादी को साधने की होड़ मच गई है।


बनारस हिंदू विश्‍वविद्यालय के आचार्य और सामाजिक चिंतक प्रोफेसर सदानंद शाही ने कहा, ''रैदास जैसे संत के पास कोई जा सकता है लेकिन वह वहां से ला क्‍या रहा है, यह महत्‍वपूर्ण है क्‍योंकि रैदास ने कहा है कि जब तक जाति नहीं छूटेगी तब तक ईश्‍वर से भेंट नहीं होगी।''

शाही ने कहा, ''राजनीति का दुर्भाग्‍य यह है कि कोई राजनीतिक विचारक नहीं रह गया है और एजेंडे में सिर्फ जीत-हार और चुनाव रह गया है।''

कांग्रेस, भाजपा व अन्‍य विरोधी दलों पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस, भाजपा व अन्‍य विरोधी दल, बसपा की स्‍थापना से पहले देश में दलितों, आदिवासियों व अन्‍य पिछड़े वर्गों में जन्‍मे इनके महान संतों, गुरुओं व महापुरुषों की उपेक्षा करते रहे हैं। लेकिन आज ये राजनीतिक पार्टियां अपने राजनीतिक स्‍वार्थ में इनके जन्‍मदिन आदि के मौके पर खासकर इनके स्‍थलों आदि पर जाकर नाटकबाजी करते हुए नजर आते हैं।


मायावती ने कहा कि दलितों, आदिवासियों और अन्‍य पिछड़े वर्ग के लोगों को इनसे सावधान रहने की जरूरत है।


कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने शनिवार को संत रविदास जयंती के अवसर पर वाराणसी के सीरगोवर्धन स्थित रविदास मंदिर पहुंच कर पूजा- अर्चना की और उनके गुरुमंत्र से सबके कल्‍याण की कामना की। वाद्रा ने कहा कि सच्‍चा धर्म हमेशा सरल होता है और उसमें कोई राजनीति नहीं होती है।


कांग्रेस प्रदेश मुख्‍यालय से जारी बयान के अनुसार वाद्रा ने कहा, '' आज संत रविदास जी महाराज की जयंती है। संत निरंजन दास जी महराज से मेरा दिल से लगाव है और आज यहां आपके सामने सिर्फ दो बातें कहना चाहती हूं कि संत रविदास जी ने जो धर्म सिखाया- वह सच्चा धर्म था, सच्‍चा धर्म है। सच्चा धर्म हमेशा सरल होता है और उसमें कोई राजनीति नहीं होती, कोई भेदभाव नहीं होता है।''

प्रदेश के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को कृष्‍णानगर में संत रविदास मंदिर में उनकी प्रतिमा पर पुष्‍पांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान की।


योगी आदित्‍यनाथ ने शनिवार को प्रदेश वासियों को संत रविदास जयंती और माघी पूर्णिमा की हार्दिक बधाई और शुभकामना देते हुए कहा, ''रविदास जी ने कहा था कि मन चंगा तो कठौती में गंगा। यदि हम अन्तःकरण से शुद्ध हैं, तो साधना का प्रतिफल भी उसी रूप में प्राप्त होता है।''
उन्‍होंने कहा कि सन्त रविदास ने जीवनपर्यन्त तमाम प्रकार के पाखण्डों का सामना करते हुए सनातन धर्म को मजबूती प्रदान करने का कार्य किया।

यहां जारी एक सरकारी बयान के अनुसार इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राजधानी लखनऊ के कैण्ट क्षेत्र के विधायक सुरेश चन्द्र तिवारी से कृष्‍णनगर में सन्त रविदास मन्दिर के सौन्दर्यीकरण की योजना बनाकर प्रस्तुत करने के लिए कहा।


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शनिवार को वाराणसी में सीरगोवर्धन स्थित संत रविदास मंदिर पहुंच कर श्रद्धासुमन अर्पित की और कहा कि संत रविदास की समता, बंधुत्व, सौहार्द और भेदभाव के विरोध की विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए समाजवादी पार्टी कृतसंकल्प है।


यादव ने कहा, ''संत रविदास जी समाज सुधारक, महान क्रांतिकारी और स्वतंत्र चिंतक थे और उन्होंने पाखंड और कुरीतियों का डटकर विरोध किया। समाज में एकता, भाईचारा और समानता के लिए उनका पूरा जीवन समर्पित रहा, उनके अनुसार मानव सेवा ही वास्तविक धर्म है।''

केन्द्र पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी आज सुबह रविदास मंदिर गए और पूजा- अर्चना की।


यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

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