Edited By Imran,Updated: 15 Jul, 2022 08:11 PM
उत्तर प्रदेश शासन ने मौहम्मद जुबेर के मामलो की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया। जुबेर के खिलाफ दर्ज मामलो की जॉच को लेकर आज एसआईटी टीम के अध्यक्ष डा प्रीतिंदर सिंह ने हाथरस पहुंचकर एसपी हाथरस सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से जुबेर के खिलाफ दर्ज...
हाथरस: उत्तर प्रदेश शासन ने मौहम्मद जुबेर के मामलो की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया। जुबेर के खिलाफ दर्ज मामलो की जॉच को लेकर आज एसआईटी टीम के अध्यक्ष डा प्रीतिंदर सिंह ने हाथरस पहुंचकर एसपी हाथरस सहित अन्य पुलिस अधिकारियों से जुबेर के खिलाफ दर्ज मुकदमो की जानकारी ली।
आपको बता दे की शासन द्वारा प्रदेश के विभिन्न जनपदों में मोहम्मद जुबैर के विरूद्ध पंजीकृत अभियोगों की निष्पक्ष एवं पारदर्शी विवेचना के सफल निस्तारण को लेकर विशेष जाँच दल(एसआईटी) का गठन किया गया है । जिसके क्रम में आज दिनांक 15.07.2022 को डॉ0 प्रीतिन्दर सिंह, पुलिस महानिरीक्षक कारागार, उ0प्र0 (एसआईटी टीम अध्यक्ष) द्वारा जनपद हाथरस में आगमन के उपरान्त पुलिस अधीक्षक हाथरस विकास कुमार वैद्य एवं अन्य अधिकारियों से वार्ता कर मुकदमा संबंधी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
गौरतलब है कि मोहम्मद जुबैर साल 2018 में हिंदू देवता के बारे में कथित ‘आपत्तिजनक ट्वीट’ करने के मामले में आरोपी हैं और दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी (आपराधिक साजिश) और 201 (साक्ष्य मिटाना) तथा विदेश अंशदान (विनियमन) अधिनियम की धारा 35 भी जोड़ी है। कोर्ट में मामले की सुनवाई के दौरान सरकारी वकील अतुल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि आरोपी ने पाकिस्तान, सीरिया और अन्य देशों से ‘रेजरपे पेमेंट गेटवे’ के माध्यम से पैसे स्वीकार किए, जिसके लिए आगे की जांच की आवश्यकता है।