Edited By Deepika Rajput,Updated: 25 Mar, 2019 09:55 AM
लोकसभा चुनावों का आगाज होने में अब कुछ ही समय बाकी रह गया है। ऐसे में राजनीतिक दलों के एक दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। उनमें जुबानी जंग के साथ-साथ ट्विटर वॉर भी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका...
लखनऊः लोकसभा चुनावों का आगाज होने में अब कुछ ही समय बाकी रह गया है। ऐसे में राजनीतिक दलों के एक दूसरे पर हमले तेज हो गए हैं। उनमें जुबानी जंग के साथ-साथ ट्विटर वॉर भी देखने को मिल रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस महासचिव और पूर्वी यूपी की प्रभारी प्रियंका गांधी ने ट्वीट के जरिए एक बार फिर योगी सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के शिक्षामित्रों की मेहनत का रोज अपमान होता है। सैकड़ों पीड़ितों ने आत्महत्या कर डाली। जो सड़कों पर उतरे सरकार ने उनपर लाठियां चलाई, रासुका दर्ज किया। भाजपा के नेता टीशर्टों की मार्केटिंग में व्यस्त हैं, काश वे अपना ध्यान दर्दमंदों की ओर भी डालते। 'उत्तर प्रदेश की आशाकर्मी 9 महीनों के लिए एक गर्भवती महिला के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी उठाती हैं, जिसके लिए उन्हें मात्र 600 रु मिलते हैं। भाजपा सरकार ने कभी उनकी मानदेय में बढ़ोतरी की सुध नहीं ली। उन्हें जुमले नहीं, जवाब चाहिए।'
इससे पहले उन्होंने कहा था कि गन्ना किसानों के परिवार दिन रात मेहनत करते हैं। मगर यूपी सरकार उनके भुगतान का भी जिम्मा नहीं लेती। किसानों का 10000 करोड़ बकाया मतलब उनके बच्चों की शिक्षा, भोजन, स्वास्थ्य और अगली फसल सब कुछ ठप्प हो जाता है। यह चौकीदार सिर्फ अमीरों की ड्यूटी करते हैं, गरीबों की इन्हें परवाह नहीं।