Edited By Deepika Rajput,Updated: 23 Jan, 2019 03:56 PM
लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले हुकुम का इक्का चलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) को पार्टी का महासचिव बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है।
लखनऊः लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) से ठीक पहले हुकुम का इक्का चलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बहन प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) को पार्टी का महासचिव बनाकर पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी सौंपी है। उनके इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई है। कोई उनके इस फैसले का स्वागत कर रहा है तो कोई कांग्रेस पर निशाना साध रहा है। आइए जानते हैं कि प्रियंका गांधी के यूपी महासचिव बनने पर तमाम नेतागण क्या प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे हैं।
कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता Motilal Vora
कांग्रेस के वयोवृद्ध नेता मोतीलाल वोरा ने कहा कि उन्हें काफी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है। प्रियंका को भले ही पूर्वी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई हो, लेकिन इसका असर प्रदेश भर में पड़ेगा।
कांग्रेस नेता Rajiv Shukla
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि प्रियंका के सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस को न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि समूचे देश में फायदा होगा।
जदयू उपाध्यक्ष Prashant kishore
जनता दल यूनाइटेड के उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर ने प्रियंका को राजनीति में उतरने पर बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि, 'भारतीय राजनीति में यह एक बहुप्रतीक्षित फैसला था। लोग इसकी टाइमिंग, निश्चित भूमिका और पद को लेकर बहस कर सकते हैं, मगर मेरे लिए सबसे बड़ी खबर यह है कि उन्होंने आखिरकार राजनीति में उतरने का फैसला कर लिया।'
भाजपा प्रवक्ता Sambit Patra
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि प्रियंका को महासचिव बनाना राहुल के फेल होने का ऐलान है। उन्होंने कहा कि नए भारत में आखिर कब तक परिवारवाद चलेगा? हमारे लिए पार्टी ही परिवार है, जबकि उनके लिए परिवार ही पार्टी है। पात्रा ने कहा कि महागठबंधन से हर राज्य से नकारे जाने के बाद आखिर में कांग्रेस ने अब प्रियंका गांधी पर दांव खेला है। प्रियंका कांग्रेस के लिए बैसाखी की तरह है।