Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 29 Nov, 2019 12:36 PM
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रही है। वहीं अब अगले साल फरवरी में होने वाले डिफेंस एक्सपो के लिए गोमती नदी के किनारे लगे 64000 पेड़ काटने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर निगम ने डिफेंस एक्सपो के...
लखनऊः उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पहले से ही प्रदूषण की मार झेल रही है। वहीं अब अगले साल फरवरी में होने वाले डिफेंस एक्सपो के लिए गोमती नदी के किनारे लगे 64000 पेड़ काटने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर निगम ने डिफेंस एक्सपो के लिए एलडीए से 63,799 पेड़ हटाने के लिए पत्र लिखा है।
जानिए पूरा मामला?
बता दें कि लखनऊ में अगले साल 5 से 8 फरवरी के बीच आयोजित होने वाले 11वें डिफेंस एक्सपो इंडिया-2020 का थीम 'भारत उभरता हुआ रक्षा विनिर्माण केंद्र' रखा गया है। डिफेंस सेक्टर में तेजी से उभरते उत्तर प्रदेश में आयोजित होने जा रहे इस मेले में दुनियाभर के अत्याधुनिक हथियारों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
15 जनवरी तक गोमती तट खाली करने के डीएम के निर्देश
इसके लिए डिफेंस एक्सपो के आयोजन के लिए 15 जनवरी तक गोमती तट को सेना के हवाले करना होगा। ये आदेश जिलाधिकारी ने गुरुवार को संबंधित विभागों को दिए हैं। डीएम ने यह भी कहा है कि गोमती के दोनों तटों पर लोगों के बैठने की व्यवस्था करनी होगी।
डिफेंस एक्सपो खत्म होने पर लगेंगे नए पेड़
निर्देश के चलते डिफेंस एक्सपो के दौरान सैन्य उपकरणों के प्रदर्शन और अन्य सुविधाओं के लिए पेड़ हटाने की ये तैयारी की जा रही है। हनुमान सेतु से लेकर निशातगंज तक गोमती किनारे लगे पेड़ हटाने का प्रस्ताव भेजा गया है। वहीं जब डिफेंस एक्सपो खत्म हो जाएगा तब यहां नए पेड़ लगाए जाएंगे। जिसके लिए लखनऊ डेवलपमेंट अथॉरिटी(एलडीए) 59 लाख रुपए की मांग की है।
नए पेड़ लगाने के लिए 59 लाख से अधिक का खर्च
इस बारे में का कहना है कि गोमती के किनारे इन पेड़ों को लगाने के लिए 59,06,827 रुपए खर्च किए गए थे। इसके लिए एलडीए सचिव एमपी सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। एमपी सिंह ने कहा कि सर्दी का मौसम होने के कारण पौधों को विस्थापित किया जाना संभव नहीं है। इससे पौधे, हरियाली और लैंडस्केपिंग नष्ट हो जाएंगे। ऐसे में फिर से हरियाली लगाने के लिए दोबरा पैसों की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए ही नगर आयुक्त को पत्र लिखा गया है।