Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 26 May, 2019 05:32 PM
केंद्र से लेकर राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में गरीबों को बेहतर इलाज के लिए करोड़ों रुपए का बजट दे रही है, लेकिन धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला फतेहपुर का है। जहां डाक्टरों की लापरवाही के चलते एक गर्भवती...
फतेहपुरः केंद्र से लेकर राज्य सरकार सरकारी अस्पतालों में गरीबों को बेहतर इलाज के लिए करोड़ों रुपए का बजट दे रही है, लेकिन धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला फतेहपुर का है। जहां डाक्टरों की लापरवाही के चलते एक गर्भवती महिला ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
मृतका के परिजनों की मानें तो वह गर्भवती बेटी को लेकर हुसेनगंज पीएचसी में पहुंते, यहां डॉक्टर गर्भवती को घंटों तड़पता छोड़ कर अपना काम करते रहे। उन्होंने गर्भवती महिला का इलाज नहीं किया। जब महिला की हालत बिगड़ी तो उसे आनन-फानन जिला महिला अस्पताल के लिए भेज दिया। वहीं रास्ते में महिला न दम तोड़ दिया।
इस मामले में बीजेपी एमएलए करन सिंह पटेल से बात की गई तो उनका कहना था कि हॉस्पिटल में एक तीमारदार को देखने आए थे, जहां पूरा हॉस्पिटल अंधेरे में पड़ा था। जब इस बारे में सीएमएस से बात की तो जनरेटर चलवाने के लिए कहा गया। तभी वहां रोते बिलखते लोगों को देखा तो मैंने उनसे कारण पूछा। जिसके बाद सारी घटना से परिजनों ने मुझे अवगत कराया।
वहीं महिला हॉस्पिटल में रोते बिलखते परिजनों को देख एमएलए ने डाक्टरों को फटकार लगाते हुए सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री तह शिकायत करने का परिजनों का आश्वासन दिया। एमएलए का गुस्सा देख हॉस्पिटल में हड़कंप मच गया। बीजेपी एमएलए ने कहा कि महिला की मौत का जिम्मेदार जो भी होगा उसे बख्शा नहीं जायेगा।