Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 02 Mar, 2021 09:20 AM
मरीजों को समय पर उपचार मिल सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अच्छी पहल की है। एक फोन कॉल पर दस मिनट में एंबुलेंस पहुंचने का दावा करने वाले प्रदेश के चिकित्सा
फर्रुखाबादः मरीजों को समय पर उपचार मिल सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने अच्छी पहल की है। एक फोन कॉल पर दस मिनट में एंबुलेंस पहुंचने का दावा करने वाले प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को आइना दिखाने के लिए फर्रुखाबाद की एक दर्द से कराहती प्रसूता का उदाहरण ही काफी है। बता दें कि फर्रुखाबाद में 102 एंबुलेंस सेवा के 32 वाहनों का बेड़ा है। इसके बाद भी दर्द से कराहती गर्भवती महिला टेंपो से नवाबगंज सीएचसी पहुंचीं। वहीं जनसुविधाओं पर लापरवाही हावी है।
मामला फर्रुखाबाद के नवाबगंज थाना क्षेत्र के कस्बा के मोहल्ला नया गनीपुर का है। जहां अवनीश कुमार की पत्नी रेखा देवी उम्र 22 वर्ष गर्भवती को प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो स्वजनों ने गांव की आशा बहू सुनीता देवी को जानकारी दी। इस दौरान रेखा देवी की हालत बिगड़ गई। पति ने एंबुलेंस को कॉल किया, लेकिन तीन घंटे बाद भी एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंची। इस दौरान निजी वाहन की व्यवस्था न होने पर स्वजन गर्भवती को किसी तरह टेंपो से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाए। जहां जच्चा-बच्चा की हालत ठीक है।