Edited By Ramkesh,Updated: 03 May, 2020 10:19 PM
कोरोना संकट को दखते हुए देश में लॉकडाउन लागू है। इसी बीच मुसलमानों का पवित्र रमज़ान का महीना चल रहा है। इसी लॉकडान में ईद भी आने वाली है।
लखनऊ: कोरोना संकट को दखते हुए देश में लॉकडाउन लागू है। इसी बीच मुसलमानों का पवित्र रमज़ान का महीना चल रहा है। इसी लॉकडान में ईद भी आने वाली है। सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार के धार्मिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर रोक लागा दी है। इसको ध्यान में रखते हुए ईदगाह के इमाम और वरिष्ठ धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने एक अपील जारी की है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को ईद के बजट का 50 फीसदी हिस्सा ज़रूरतमंदों को दान करें। उन्होंने कहा कि लोग ने अपने घरों में ही इबादतों का सिलसिला जारी रखें।
इस्लाम धर्म के अनुसार रमजान सबसे पवित्र महीना
उन्होंने यह भी कहा है कि मुसलमानों के लिए यह रमजान बहुत आजमाइश का है। इस रमजान के बाद सबसे मुबारक दिन ईद आने वाला है। रमजान में रोजे रखने की खुशी में ईद मनाई जाती है और यह अल्लाह की तरफ से इनाम होता है। उन्होंने कहा कि इस बार इस दौरान लॉकडाउन है। सारे बाजार बंद हैं, तो मुसलमान इस बार सादगी के साथ ईद मनाने की कोशिश करें। साथ ही नए कपड़े न बनवाएं, अपने सबसे बेहतर कपड़ों के साथ ही ईद की नमाज पढ़ें। उन्होंने कहा कि अपने घर में सेवई जरूर बनाएं लेकिन अपने पड़ोसी का भी ख्याल रखें। अगर उसके घर ईद का इंतजाम नहीं हो पा रहा, तो पड़ोसी उसकी जिम्मेदारी भी निभाए।
उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का पालन करते हए ईद को मनाएं। ज़रूरतमंदों को दान करें। उन्होंने कहा इन पैसों से गरीबों की मदद करें और अल्लाह से दुआ करें कि जल्द से जल्द कोरोना का संक्रमण खत्म हो,लोग अमन चैन से देश में रहे ।