Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Jul, 2020 12:38 PM
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सरकारी घर खाली करना का नोटिस भेजा गया है। इस पर यूपी में की सियासत गर्माई हुई है। इसी मुद्दे पर यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद तिवारी का केंद्र सरकार पर गुस्सा फूटा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को...
लखनऊः कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सरकारी घर खाली करना का नोटिस भेजा गया है। इस पर यूपी की सियासत गर्माई गई है। इसी मुद्दे पर यूपी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद तिवारी का केंद्र सरकार पर गुस्सा फूटा है। उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को सरकारी घर खाली करने के लिए दिए गए नोटिस का टाइमिंग देखिए। जब प्रियंका गांधी एक मजबूत आवाज बनकर मुद्दे उठा रहीं और केंद्र सरकार के खिलाफ हर मोर्चे पर जनता की आवाज बनी हुई हैं, तब उन्हें परेशान करने की कोशिश की जा रही है।
तिवारी ने कहा कि खासकर चीन जिस तरीके से गालवन घाटी में कब्जा किया है और उस पर भी पीएम, रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री के अलग-अलग बयान आ रहे हैं। इसके खिलाफ प्रियंका एक मुखर आवाज बन कर उभरी हैं। ऐसे में उन्हें घर खाली करने का नोटिस दिया गया है। इस नोटिस से अगर वो समझते है प्रियंका जी की आवाज बंद हो जायेगी तो वो भूल कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने कहा कि आगे कहा, 'प्रियंका नाम है संघर्ष का, प्रियंका नाम है संकल्प का, प्रियंका नाम है एक निर्णायक लड़ाई का। मत भूलो भाजपा वालों ये उसी इंदिरा गांधी की पोती हैं, जिनके सामने तुम्हारा अस्तित्व समाप्त हो गया था। इनमें दम है, मजबूती है, ईमानदारी है, दृढ़संकल्प है। ऐसी नोटिस से उन्हें डिगा नहीं पाएंगी, रोक नहीं पाएंगी।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वाराणसी पीएम का संसदीय क्षेत्र है। वहां बुनकरों का क्या हाल है। वाराणसी पूरी दुनिया मे सिल्क के लिए जाना जाता है। प्रियंका गांधी ने जो बुनकरों की आवाज उठायी है, उनका हमलोग समर्थन करते हैं।