Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 01 May, 2020 06:37 PM
निर्माण कामगार, मनरेगा मजदूर, क्वारंटाइन में प्रवासी मजदूरों के बाद अब कुम्हारों को भी आपदा राहत योजना का पात्र माना गया है। शासन के निर्देश पर जिले में माटी कला से जुड़े समाज के लोगों का ब्योरा शासन ने नाम, पता, काम मय बैंक खाता नंबर व आईएफएससी...
उन्नावः निर्माण कामगार, मनरेगा मजदूर, क्वारंटाइन में प्रवासी मजदूरों के बाद अब कुम्हारों को भी आपदा राहत योजना का पात्र माना गया है। शासन के निर्देश पर जिले में माटी कला से जुड़े समाज के लोगों का ब्योरा शासन ने नाम, पता, काम मय बैंक खाता नंबर व आईएफएससी कोर्ड के मांगा है। जिला खादी ग्रामोद्योग विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
वहीं अधिकारी ने बताया की योगी आदित्यनाथ जी के द्वारा उत्तर प्रदेश मे माटी कला से जुड़े हुए जो परिवार है सुचना साशन से हमारे द्वारा मांगी गयी थी, सभी लोगो के बैक का अकाउंट नंबर आईएफएससी कोर्ड औक डिटेल लेकर के साशन को प्रसित कर दी गई है और उसमें शासन के द्वारा इन सभी लोगो को पैसा इनके खाते में पहुंच जाएगा।
हर बार की तरह कोरोना महामारी में भी कुम्हारों की याद शासन को देर से आई है। शासन ने जिला खादी ग्रामोद्योग बोर्ड को इस बाबत निर्देश दिए हैं। खादी ग्रामोद्योग से जिले में माटी कला से जुड़े लोगों का पूरा ब्योरा मांगा गया है। जिला खादी ग्रामोद्योग अधिकारी अखिलेश कुमार अग्निहोत्री ने बताया कि फिलहाल बड़ी मुश्किल से जिन कुम्हारों का ब्योरा मिला है। उसे शासन को भेज दिया गया है। इसके बाद आगे तैयारी चल रही है।
कुम्हार ने बताया कि अब शासन की एक हजार रुपये आपदा राहत राशि का इंतजार है। खादी ग्रामोद्योग अधिकारी ने बताया कि अभी तो 156 कुम्हारों का ही ब्योरा मिला है। शेष के लिए इनको सूचना दी जा रही है। शहर में स्थानीय सभासदों के अलावा गांव क्षेत्र में भी प्रधानों से इन तक सूचना भिजवाने का माध्यम जोड़ा गया है।