Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 02 Apr, 2020 04:10 PM
वैश्विक महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच एक तरफ तब्लीगी जमात के लोग जहां धर्म के नाम पर लोगों की भीड़ इकट्ठा करके लोगों के जीवन के सामने संकट खड़ा कर चुके हैं। वहीं यूपी के फतेहपुर जिले में इस संकट के बीच अपने रिश्तेदारों तक को...
फतेहपुरः वैश्विक महामारी घोषित हो चुके कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच एक तरफ तब्लीगी जमात के लोग जहां धर्म के नाम पर लोगों की भीड़ इकट्ठा करके लोगों के जीवन के सामने संकट खड़ा कर चुके हैं। वहीं यूपी के फतेहपुर जिले में इस संकट के बीच अपने रिश्तेदारों तक को खतरा बरकरार रहने तक अपने घर न आने की सलाह दे रहे हैं। इसके लिए लोगों ने अपने-अपने घरों के दरवाजे पर बाकायदा पोस्टर लगा दिया है कि कोरोना वायरस के रहने तक उनके घर न आए अगर किसी को कोई जरूरत है तो उसके लिए फोन पर बात करने की सलाह दी जा रही है।
शहर के कलक्टरगंज इलाके से लेकर मुस्लिम बहुल इलाकों में दरवाजे के बाहर लगे ऐसे पोस्टर देखे जा सकते हैं, जिसमे साफ-साफ लिखा है कि कृपया लॉकडाउन के दौरान मेरे घर न आयें। इस बारे में अपने-अपने घर के बाहर पोस्टर लगाने वाले सऊद अहमद का कहना है कि कोरोना वायरस एक महामारी है और इससे हिंदुस्तान को बचाने के लिए देश के प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन का आवाहन किया है। उसका देश के हर नागरिक को कड़ाई से पालन करना चाहिए। तभी कोरोना से बचा जा सकता है।
वहीं लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करने के लिए अपने दरवाजे पर किसी को घर न आने की सलाह दे रहे व्यापारी प्रदीप गर्ग ने बताया कि हम लोगों ने रिश्तेदारों तक को फोन पर यह बता दिया है कि लॉकडाउन जारी रहने के दौरान किसी को किसी के घर जाने की जरूरत नहीं है, लेकिन उसके बावजूद कुछ लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर एक दूसरे के घर आ जा रहे थे और ऐसे लोगों को कही आने जाने से रोकने के लिए उन्होंने अपने घर के बाहर नो एंट्री का बोर्ड लगा रखा है। जिससे लोग अपने घरों में रहे और खुद का जीवन सुरक्षित रखने के साथ ही दूसरों के जीवन के लिए भी खतरा न बने।