Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Sep, 2017 09:31 AM
वाराणसी में इलाज के नाम पर मासूम जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। एक निजी अस्पताल में लगभग 3 माह की एक बच्ची को एक्सपायरी डेट का पोलियो ड्राप पिला दी....
वाराणसीः वाराणसी में इलाज के नाम पर मासूम जिंदगी के साथ खिलवाड़ करने का मामला सामने आया है। एक निजी अस्पताल में लगभग 3 माह की एक बच्ची को एक्सपायरी डेट का पोलियो ड्राप पिला दी। मामले में पीड़ित बच्ची के परिजनों द्वारा लंका थाने में अस्पताल प्रशासन के खिलाफ ठगी का मामला धारा 423 सहित विभिन्न धाराओं में दर्ज करा दिया गया है।
दरअसल मामला लंका थाना क्षेत्र का है। जहां के स्वामी हरशंकरानंद अस्पताल में ककरमत्ता क्षेत्र निवासी अमल कुमार श्रीवास्तव अपनी 3 माह की बच्ची को टीका लगवाने लाया था। मेडिकल स्टोर जो कि अस्पताल का ही है, वहां से एक्सपायरी डेट का पोलियो ड्राप नर्स के द्वारा बच्ची को पीला दिया गया। जब परिजनों ने ड्राप का डेट देखा तो इसकी शिकायत की। अस्पताल के लोगों ने मामले को दबाने की कोशिश की।
परिजनों को यह कह कर वहां से लौटा दिया गया कि उससे कुछ नहीं होगा। न्याय की गुहार लेकर परिजन लंका थाने पहुंचें और मामले की लिखित शिकायत की। जिस पर थानाध्यक्ष राजीव सिंह द्वारा उपरोक्त मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल प्रशासन के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया।
वहीं इस मामले पर ट्रस्ट द्वारा संचालित निजी अस्पताल के मैनेजर बाबा प्रगाढ सेवानंद ने स्टाफ से हुई चूक तो मानी, लेकिन सफाई में यह भी कहा कि मेडिकल स्टोर पर उस समय भीड़भाड़ होती है जिसके कारण एक्सपायरी डेट की दवा गलती से दे दी गई।
अब ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि अपनी गलती को सेवा भाव का रूप देने वाले ऐसे अस्पताल प्रशासन के ऊपर भरोसा कर अगर कोई व्यक्ति यहां इलाज कराने आता है तो उसकी जान माल की रक्षा भगवान भरोसे ही है।
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