Edited By Deepika Rajput,Updated: 17 Oct, 2018 10:56 AM
एनकाउंटर के दौरान मुंह से 'ठांय ठांय' बोलकर सुर्खियों में आए एसआई मनोज कुमार को पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस का मानना है कि एसआई मनोज ने उस समय जो किया वह बहादुरी का काम था, इसलिए उनका नाम वीरता पुरस्कार के लिए डीजीपी को...
मेरठः एनकाउंटर के दौरान मुंह से 'ठांय ठांय' बोलकर सुर्खियों में आए एसआई मनोज कुमार को पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। उत्तर प्रदेश पुलिस का मानना है कि एसआई मनोज ने उस समय जो किया वह बहादुरी का काम था, इसलिए उनका नाम वीरता पुरस्कार के लिए डीजीपी को भेजा जाएगा।
बता दें कि, असमोली थाने के मंसूरपुर माफी गांव में देर रात वाहनों की चेकिंग जारी थी। इस दौरान गाड़ी पर सवार लोगों को रोकने की कोशिश की गई। पुलिस को देखकर वह बैरियर तोड़ते हुए भागने लगे। पुलिस ने घेराबंदी की तो बदमाश उन पर फायरिंग करने लगे। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसके मुताबिक अपराधियों को मौके पर पकड़ने पहुंची पुलिस के दारोगा की पिस्टल जाम हो गई। जिसके बाद उन्होंने मुंह से ही 'ठांय ठांय' की आवाज निकाल कर अपराधियों को डराने का प्रयास किया।
क्या कहना है एसपी का?
एसपी यमुना प्रसाद का कहना है कि मेरे सहयोगी एसआई मनोज कुमार ने एक हीरो का काम किया है। विभाग ने इसे सकारात्मक लिया है। एसआई की पिस्तौल जाम होने के बाद उन्होंने अपने सहयोगियों का मनोबल बढ़ाने के लिए मुंह से 'ठांय ठांय' बोला।