Edited By ,Updated: 01 Jun, 2016 08:36 PM
भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चिन्तनीय बताते हुए आज कहा कि राज्य में पुलिस और प्रशासन संवेदनहीन हो गया है और कुछ वारदात कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान हैं।
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चिन्तनीय बताते हुए आज कहा कि राज्य में पुलिस और प्रशासन संवेदनहीन हो गया है और कुछ वारदात कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने प्रदेश में बढ़ते हत्या, अपहरण, लूट, बलात्कार जैसे गंभीर अपराध की घटनाआें पर चिन्ता व्यक्त करते हुए संवाददाताआें से कहा, ‘‘सुल्तानपुर जिले में रंगदारी न देने पर दो भाइयों की हत्या जैसी वारदात प्रदेश की कानून व्यवस्था के सामने बड़ा सवालिया निशान है।’’
उन्होंने कहा कि प्रदेश की सपा सरकार कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए कुछ ठोस कदम उठाने तथा पुलिस प्रशासन को संवेदनशील तथा जबावदेह बनाने के बजाय विरोधी दलों पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेती है। श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा है कि महिलाआें के प्रति उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक अपराध हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद, शामली तथा सहारनपुर की घटनाएं इस बात का प्रमाण हैं कि छेडख़ानी की घटनाआें में पुलिस द्वारा अपराधियों के विरूद्घ कार्रवाई न करने के कारण फिरोजाबाद तथा सहारनपुर में लड़कियों ने आत्महत्या कर ली। शामली में दो बहनों के साथ बलात्कार की शर्मनाक घटना हुई।
उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता के कारण फर्रूखाबाद की दलित लड़की के साथ हुए बलात्कार के मामले में कार्रवाई नहीं की गई और जीप से कूदने से लड़की की मृत्यु की बात कही गई जबकि पोस्टर्माटम रिपोर्ट में लड़की के शरीर पर चोट पायी गयी। प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता बढ़ते हुए अपराध तथा पुलिस प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर प्रदेश सरकार के मुखिया से सवाल कर रही है। श्रीवास्तव ने कहा कि प्रदेश की जनता इसका जबाव 2017 में सपा सरकार को देगी।