Edited By Ajay kumar,Updated: 14 May, 2020 01:30 PM
गोरखपुर में पिछले कई दिनों से उच्चाधिकारियों को सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ लोगों द्वारा फर्जी कूटरचित पास बनाकर दुकानदारों से मिली भगत कर जारी किया जा रहा है।
गोरखपुर: गोरखपुर में पिछले कई दिनों से उच्चाधिकारियों को सूचना प्राप्त हो रही थी कि कुछ लोगों द्वारा फर्जी कूटरचित पास बनाकर दुकानदारों से मिली भगत कर जारी किया जा रहा है। जिससे लॉकडाउन का उल्लघंन हो रहा है तथा बाजार में काफी भीड़ भाड़ लग रही है।
इस सूचना को संज्ञान में लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद गोरखपुर के मार्गदर्शन में अपराधियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने एक टीम गठित किया। इस सम्बन्ध में सूचना मिली की मो0 इस्लाम पुत्र मतीउल्ला कुरैसी जो जाफराबाजार थाना तिवारीपुर गोरखपुर का रहने वाला है और वो अपने निवास स्थान से मीट का कारोबार कर रहा है । इतना ही नहीं युवक अपने पास के तहत दुकान खोलने की बात कह रहा है।
इस संबंध में जब पुलिस ने जांच की तो पता चला कि मीट काटने से सम्बन्धित अभी कोई पास जारी नहीं हुआ है। शक और पुख्ता होने पर अभियुक्त मो0 इस्लाम से और कड़ाई से पूछताछ की गयी तो उसने बताया कि साहब यह पास मुझको अनस पुत्र इब्राहिम निवासी बेनीगंज थाना कोतवाली गोरखपुर द्वारा दिया गया है। जिसके बाद अनस को गिरफ्तार किया गया तो उसके कब्जे से प्राप्त लैपटाप में अली हसन तथा इसराईल साकिनान जाफरा बाजार थाना तिवारीपुर के भी बने हुए फर्जी पास की फाईल मिली।
कड़ाई से पूछताछ करने पर अभियुक्त द्वारा बताया गया कि साहब मुझसे गलती हो गयी। मंै पैसों के लालच में आकर लैपटाप व प्रिंटर की मदद से सिग्नेचर व मोहर को स्कैन करके कोरल ड्रा साफ्टवेयर की मदद से पास जारी कर देता हूँ।