Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 01 Nov, 2020 02:58 PM
पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे अब सफेद मशरूम के साथ पिंक मशरूम का भी उत्पादन किया जायेगा। इसके लिए मशरूम प्रशिक्षण केंद्र कई जिलों के किसानों,बेरोजगार
बस्तीः पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे अब सफेद मशरूम के साथ पिंक मशरूम का भी उत्पादन किया जायेगा। इसके लिए मशरूम प्रशिक्षण केंद्र कई जिलों के किसानों,बेरोजगार तथा युवाओं को प्रशिक्षण दे रहा है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बस्ती समेत सिद्धार्थनगर, संतकबीरनगर, गोरखपुर, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, अयोध्या, बाराबंकी, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच आदि जिले के लोगों को शामिल किया गया है।
देखने में होता है बेहद आकर्षक
बता दें कि ट्रेनिंग ले रहे लोग अपने-अपने जिले में पिंक मशरूम का उत्पादन कर उसे बाजारों तक पहुंचायेंगे। रंगीन होने के कारण यह मशरूम बेहद आकर्षक होता है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कई जिलों के 231 लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें 46 महिलाएं भी हैं । ये लोग अपने-अपने जिले मे भी पिंक मशरूम का उत्पादन करेंगे।
उन्होंने आगे बताया कि प्रशिक्षण केंद्र के मशरूम विभाग से बीज वितरित किए जाएंगे । जिलों में चार प्रजाति के मशरूम पैदा किए जाएंगे । पिंक मशरूम देखने में काफी आकर्षक और स्वाद में बेहद लजीज होते हैं। बाजार में इसकी कीमत सफेद मशरूम से ज्यादा होती है। प्रति सौ ग्राम ताजे मशरूम में करीब 90.1 ग्राम जल, 2.1 ग्राम प्रोटीन, एक ग्राम वसा, 4.7 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, ऊर्जा 36 ग्राम पाई जाती है। सूत्रों ने यह भी कहा कि जिले के हरैया क्षेत्र में 300 से 350 मशरूम उत्पादक हैं ।