Edited By Moulshree Tripathi,Updated: 26 Nov, 2020 08:36 AM
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित बाघ अभयारण्य को पिछले चार वर्षों के दौरान अपने यहां बाघों की संख्या दोगुनी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया...
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत स्थित बाघ अभयारण्य को पिछले चार वर्षों के दौरान अपने यहां बाघों की संख्या दोगुनी करने के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पीटीआर के उप निदेशक नवीन खंडेलवाल ने बताया कि पिछले चार वर्षों के दौरान बाघ अभयारण्य में बाघों की संख्या 25 से बढ़कर 65 हो गई है।
उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि के लिए पीटीआर को प्रतिष्ठित टीएक्स2 अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक को डिजिटल माध्यम से प्रदान किया गया। केंद्रीय वन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी इसके लिए पीटीआर को शुभकामनाएं दीं। टीएक्स2 बाघ संरक्षण की दिशा में काम कर रहे डब्ल्यूडब्ल्यूएफ, यूएनडीपी, आईयूसीएन, ग्लोबल टाइगर फंड और कैट्स इत्यादि जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों द्वारा वर्ष 2010 में शुरू किया गया वैश्विक पुरस्कार है।
खंडेलवाल ने बताया कि पीटीआर को 14 जून 2014 को बाघ अभयारण्य घोषित किया गया था। उसके बाद से यहां बाघों के संरक्षण की दिशा में बेहतरीन काम किया गया और वर्ष 2018 में बाघों की गणना के दौरान पाया गया कि यहां इन जानवरों की संख्या दोगुनी से ज्यादा हो गई है। उन्होंने बताया कि देश में स्थित 13 बाघ अभयारण्यों में बाघ संरक्षण की दिशा में हुई प्रगति का आकलन करने के बाद यह पाया गया कि पीलीभीत बाघ अभयारण्य में बाघों की संख्या सबसे तेजी से बढ़ी है। यही वजह है कि पीटीआर को इस अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चुना गया।