Edited By Tamanna Bhardwaj,Updated: 05 Aug, 2018 06:15 PM
तीर्थराज प्रयाग में 2019 कुंभ मेले के विकास कार्यो में सड़क चौडीकरण में टूट रहे आशियाने से पीड़ित लोगों ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। थरवई क्षेत्र के पांडेश्वरनाथ धाम पडि़ला मे कुंभ मेले को मद्देनजर सड़क चौ...
इलाहाबादः तीर्थराज प्रयाग में 2019 कुंभ मेले के विकास कार्यो में सड़क चौडीकरण में टूट रहे आशियाने से पीड़ित लोगों ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की चेतावनी दी है। थरवई क्षेत्र के पांडेश्वरनाथ धाम पडि़ला मे कुंभ मेले को मद्देनजर सड़क चौड़ीकरण को लेकर लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) बड़ी कार्रवाई करते हुए लोगों को अपना ही अशियाना तोडऩे पर मजबूर कर दिया है। जिससे लोगों में सरकार के प्रति काफी आक्रोश भर गया है।
लोगों का कहना है कि इतनी बड़ी कार्यवाही होने से लोगों का मकान और रोजी रोटी छिन जाने से परिवार चलाने के लिए संकट खड़ा हो गया है। उनका आरोप है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता आशवासन देने तक नहीं आया। स्थानीय लोगों ने चुनाव का बहिष्कार की चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा को 2019 के चुनाव में पडि़ला से कोई वोट नही मिलेगा।
पडि़ला निवासी विष्णु गुप्ता का कहना है कि व्यक्ति जीवन भर की खून पसीने की कमाई से एक एक रूपये इकट्ठा करने के बाद अपना सर छुपाने के लिए मकान बनाता है। उसमें अपना और परिवार का जीवन यापन करता है। उन्होंने कहा कि गरीब परिवारों के मकान को तोडऩे का कानून बना कर बिना किसी मदद दिये तोड़ दिये जाते है और विकास के नाम पर सरकार की नीतियों की भेंट चढ़ा दिये जाते है।
गुप्ता ने कहा कि ऐसी सरकार के रहने से क्या फायदा जो बसाने के बजाय लोगों के आशियाने उजाडऩे में लगी है। सरकार और उनका विकास अगर किसी को बसा नही सकता तो उसे उजाड़ भी नही सकता। बेघर हुए महेंद्र कुमार, कल्याणी देवी, बचाई चौरसिया, राममिलन, समेत काई लोगे ने बताया उनके मकान आजादी के बाद तब बने थे। जब न सड़क थी और न ही कोई पगडण्डी थी, और पीडब्ल्यूडी का कोई कानून नही था। उनका आरोप है कि पीडब्ल्यूडी विभाग ने कोई नोटिस नहीं दिया कि ये मकान सड़क के दायरे मे है, इसे चौड़ी करण करने के मद्देनजर तोड़ा जायेगा।